जयपुर के बजाज नगर क्षेत्र में एक हैरान कर देने वाला साइबर क्राइम का मामला सामने आया है, जहां एक 72 वर्षीय बुजुर्ग को वीडियो कॉल पर “डिजिटल गिरफ्तारी” का डर दिखाकर 8 लाख रुपए ठग लिए गए। साइबर अपराधियों ने खुद को पुलिस अधिकारी बताकर बुजुर्ग को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में फंसाने की धमकी दी और बैंक खाते से रकम ट्रांसफर करवा ली।
कैसे हुई घटना?
15 नवंबर को दोपहर करीब 12 बजे बजाज नगर निवासी बुजुर्ग के मोबाइल पर एक अनजान व्यक्ति का फोन आया। फोन करने वाले ने खुद को पुलिस अधिकारी बताते हुए मनी लॉन्ड्रिंग केस में गिरफ्तारी की धमकी दी। साइबर ठग ने बुजुर्ग को वीडियो कॉल पर करीब एक घंटे तक डराया और कहा कि उन्हें डिजिटल तरीके से गिरफ्तार किया जा रहा है।
डर और लोक-लाज के चलते पीड़ित ने अपराधियों के निर्देश पर बैंक खाते से 7.90 लाख रुपए ऑनलाइन ट्रांसफर कर दिए। घटना के कुछ दिन बाद जब बुजुर्ग ने अपने परिजनों को यह बात बताई, तो उन्हें ठगी का अहसास हुआ।
थाने में शिकायत दर्ज
पीड़ित ने शुक्रवार को बजाज नगर थाने में आईटी एक्ट के तहत शिकायत दर्ज कराई। बजाज नगर थाने की एसएचओ ममता मीणा ने बताया कि मामले में एफआईआर दर्ज कर ली गई है। पुलिस कॉल करने वाले के मोबाइल नंबर और बैंक खाते की जांच कर रही है।
पुलिस की चेतावनी
एसएचओ ममता मीणा ने कहा कि यह ठगी का तरीका साइबर अपराधियों का नया तरीका है, जिसमें वे “डिजिटल गिरफ्तारी” का झांसा देकर पीड़ितों को डराते हैं। उन्होंने जनता को ऐसे किसी भी फोन कॉल से सतर्क रहने और बैंकिंग जानकारी किसी के साथ साझा न करने की सलाह दी। यह घटना डिजिटल युग में साइबर सुरक्षा की गंभीरता और सतर्कता की आवश्यकता को रेखांकित करती है।