दिल्ली विधानसभा चुनावों में इस बार ऐसा उलटफेर हुआ कि आम आदमी पार्टी (AAP) के सबसे बड़े चेहरे अपनी ही पार्टी के चुनाव चिह्न ‘झाड़ू’ से साफ होते नजर आए। बीजेपी की आंधी में AAP के दिग्गज नेता अपनी सीट तक नहीं बचा पाए।
तीन बार के मुख्यमंत्री और इस बार भी सीएम पद के दावेदार अरविंद केजरीवाल नई दिल्ली सीट से हार गए। उनके साथ ही शिक्षा मॉडल के पोस्टर बॉय मनीष सिसोदिया, पार्टी के प्रमुख प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज और पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन भी अपनी सीटें गंवा बैठे। मुख्यमंत्री पद की संभावित उम्मीदवार आतिशी किसी तरह अपनी सीट बचाने में सफल रहीं, लेकिन पार्टी के लिए यह सांत्वना पुरस्कार से ज्यादा कुछ नहीं था।
केजरीवाल भी साफ!
नई दिल्ली सीट से अरविंद केजरीवाल को बीजेपी के प्रवेश साहिब सिंह वर्मा ने 3000 वोटों से हरा दिया। यह वही सीट है, जहां से केजरीवाल ने कभी शीला दीक्षित जैसी दिग्गज नेता को हराकर एंट्री मारी थी। इस बार इतिहास ने खुद को दोहराया, लेकिन इस बार केजरीवाल के खिलाफ!
‘जंगपुरा’ में सिसोदिया का बुरा हाल
पटपड़गंज छोड़कर जंगपुरा सीट से चुनाव लड़ने आए मनीष सिसोदिया की रणनीति भी काम न आई। बीजेपी के तरविंदर सिंह मारवाह ने उन्हें 572 वोटों के मामूली अंतर से हरा दिया। सिसोदिया का शिक्षा मॉडल भी जनता को रिझाने में नाकाम रहा।
सौरव भारद्वाज और सत्येंद्र जैन भी आउट
तीन बार से ग्रेटर कैलाश सीट से जीत रहे सौरव भारद्वाज को बीजेपी की शिखा रॉय ने 2600 से ज्यादा वोटों से हरा दिया। उधर, शकूर बस्ती सीट से पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन भी करनैल सिंह के हाथों 20,000 से ज्यादा वोटों से पराजित हो गए।
दिल्ली में 32 साल बाद पूरी ताकत से वापसी करने में जुटी बीजेपी ने AAP को ऐसी मात दी कि पार्टी के बड़े-बड़े स्टार अपनी चमक खो बैठे। चुनावी नतीजों ने दिखा दिया कि इस बार ‘झाड़ू’ ने अपने ही आंगन की सफाई कर दी!
