बूंदी: राजस्थान के बूंदी जिले में कांग्रेस और बीजेपी नेताओं के बीच जबरदस्त झड़प हो गई। चारागाह भूमि पर कब्जे को लेकर दोनों पक्षों में थप्पड़-घूंसे चले, कपड़े तक फाड़ दिए गए। विवाद के दौरान पुलिस भी मौजूद थी, लेकिन हंगामा रोकने में नाकाम रही। कांग्रेस विधायक अशोक चांदना ने इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर कर बीजेपी नेताओं पर किसानों से मारपीट का आरोप लगाया है।
कैसे भड़की हिंसा?
मामला बूंदी जिले के चतरगंज गांव का है, जहां सिवायचक जमीन (चारागाह भूमि) पर कब्जे को लेकर कांग्रेस और बीजेपी नेता आमने-सामने आ गए। जब प्रशासन की टीम सीमांकन के लिए मौके पर पहुंची, तो दोनों पक्षों में विवाद शुरू हो गया, जो हाथापाई में बदल गया।
झगड़े में कौन-कौन शामिल था?
- कांग्रेस नेता आमोद शर्मा और बीजेपी नेता सीपी गुंजल भिड़ गए।
- कांग्रेस विधायक अशोक चांदना के करीबी माने जाने वाले आमोद शर्मा झगड़े में शामिल थे।
- बीजेपी और कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने एक-दूसरे पर हमला बोला, लात-घूंसे तक चलाए गए।
कांग्रेस विधायक ने बीजेपी पर लगाए आरोप
हिंडोली से कांग्रेस विधायक अशोक चांदना ने घटना का वीडियो एक्स (Twitter) पर शेयर करते हुए बीजेपी पर निशाना साधा। उन्होंने लिखा,
“क्या भजनलाल सरकार किसानों को न्याय दिला पाएगी?”
उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी नेताओं ने किसानों के साथ मारपीट की और जमीन पर जबरदस्ती कब्जा करना चाहा।
पुलिस ने क्या कहा?
- हिंडोली के डीएसपी अजीत मेघवंशी के मुताबिक, ग्रामीणों की शिकायत पर प्रशासन ने सीमांकन करवाया था।
- एसडीएम के निर्देश पर तहसीलदार, राजस्व विभाग के अधिकारी और पुलिस टीम गांव पहुंची थी, लेकिन इसी दौरान झड़प हो गई।
- पुलिस ने तीन लोगों को शांतिभंग के आरोप में गिरफ्तार किया और आगे की जांच जारी है।
इलाके में तनाव, जांच जारी
मारपीट में शामिल चंद्र प्रकाश, खेमराज, आमोद शर्मा और उनके बेटे दिव्यम के नाम सामने आए हैं। इलाके में तनाव का माहौल बना हुआ है, लेकिन पुलिस ने स्थिति को नियंत्रण में ले लिया है। अब दोनों पक्षों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं और सबूत जुटाए जा रहे हैं।
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, चतरगंज गांव की चारागाह भूमि पर दोनों पक्षों ने कब्जे का दावा किया था। ग्रामीणों की शिकायत के बाद प्रशासन सीमांकन करने पहुंचा, लेकिन इसी दौरान राजनीतिक विवाद हिंसक झड़प में बदल गया। अब पुलिस यह जांच कर रही है कि वास्तविक कब्जाधारी कौन है और हिंसा की शुरुआत किसने की।
इस झगड़े से राजस्थान की राजनीति में नया बवाल खड़ा हो गया है। देखना होगा कि CBI या स्थानीय प्रशासन इस विवाद को कैसे सुलझाता है और दोषियों पर क्या कार्रवाई होती है।
