कल मनाई जाएगी महाशिवरात्रि, , जानें चार कब करें पूजा और पूजन सामग्री की सूची

महाशिवरात्रि 2025 की पूजा को लेकर भक्तों में भारी उत्साह है। इस पावन पर्व पर भगवान शिव की विशेष पूजा-अर्चना और रात्रि जागरण का विशेष महत्व होता है। इस साल महाशिवरात्रि 26 फरवरी 2025 को मनाई जाएगी, और पूजा का शुभ मुहूर्त देर रात 12:09 से प्रातः 12:59 तक रहेगा।

महाशिवरात्रि 2025 चार प्रहर पूजा मुहूर्त

महाशिवरात्रि की रात्रि में चार प्रहर की पूजा का विशेष महत्व है। भक्त चारों प्रहर में शिवलिंग का अभिषेक और पूजन कर सकते हैं।

प्रथम प्रहर पूजा: 26 फरवरी 2025, संध्या 06:00 से रात्रि 09:00

द्वितीय प्रहर पूजा: 26 फरवरी 2025, रात्रि 09:00 से मध्यरात्रि 12:00

तृतीय प्रहर पूजा: 27 फरवरी 2025, मध्यरात्रि 12:00 से प्रातः 03:00

चतुर्थ प्रहर पूजा: 27 फरवरी 2025, प्रातः 03:00 से प्रातः 06:00

महाशिवरात्रि पूजा का मुहूर्त

महाशिवरात्रि पूजा मुहूर्त: 26 फरवरी, रात 12:09 से 27 फरवरी, प्रातः 12:59

फाल्गुन कृष्ण चतुर्दशी तिथि प्रारंभ: 26 फरवरी 2025, प्रातः 11:08

फाल्गुन कृष्ण चतुर्दशी तिथि समाप्त: 27 फरवरी 2025, प्रातः 08:54

महाशिवरात्रि पूजन सामग्री सूची

महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव की पूजा में निम्नलिखित सामग्री का उपयोग किया जाता है:
✔ मिट्टी के दीपक (5)
✔ अक्षत (चावल)
✔ केसर
✔ जौ और पीली सरसों
✔ सुपारी और बेलपत्र
✔ इत्र और गुलाब के फूल
✔ जनेऊ और पान का पत्ता
✔ लौंग और इलायची
✔ तिल और भस्म
✔ भांग, कुमकुम, सिंदूर और मौली
✔ शिवलिंग के लिए मिट्टी या धातु का शिवलिंग
✔ धतूरा
✔ पंचामृत (दूध, दही, घी, शहद और शक्कर)
✔ आम के पल्लव
✔ हवन सामग्री और गंगाजल

महाशिवरात्रि का महत्व

महाशिवरात्रि भगवान शिव और देवी पार्वती के मिलन का पर्व है। इस दिन शिव भक्त व्रत रखते हैं और रात्रि जागरण कर भगवान शिव की अराधना करते हैं। माना जाता है कि इस दिन शिव जी की पूजा से सभी कष्ट दूर होते हैं और सुख-समृद्धि प्राप्त होती है।

शिव भक्त इस दिन विशेष रूप से “ॐ नमः शिवाय” मंत्र का जाप करते हैं और मंदिरों में जाकर जल, दूध और बेलपत्र अर्पित करते हैं।

हर-हर महादेव!

manoj Gurjar
Author: manoj Gurjar

Leave a Comment

लाइव क्रिकेट

संबंधि‍त ख़बरें

सोना चांदी की कीमत