नई दिल्ली: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने योगी के एक हालिया बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि “योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उर्दू पढ़ने से साइंटिस्ट नहीं बनते, कठमुल्ले बनते हैं। लेकिन योगी के पूर्वजों में से किसी ने भी आजादी की लड़ाई नहीं लड़ी। योगी ने तो उर्दू नहीं पढ़ी, फिर वो साइंटिस्ट क्यों नहीं बने?”
ओवैसी ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की विचारधारा पर भी निशाना साधते हुए कहा कि यह पार्टी सिर्फ “एक मजहब, एक ज़ुबान, एक तहजीब, और एक लीडर” को ही मान्यता देती है। उन्होंने कहा कि उर्दू भाषा भारत की आजादी की जुबान रही है और इसका अपमान करना स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास को नकारने जैसा है।
अकबरुद्दीन ओवैसी का भी बयान आया सामने
ओवैसी के भाई और पार्टी नेता अकबरुद्दीन ओवैसी ने भी अपने भाई का समर्थन किया। उन्होंने कहा, “क्या कोई और है जो इतनी बेबाकी से आपकी बात करता है? सीएए हो, एनआरसी हो, वक्फ बिल हो या गिरफ्तारियां, असदुद्दीन ओवैसी हर मुद्दे पर मजबूती से खड़े होते हैं और आपकी आवाज बुलंद करते हैं। वह न केवल देश के भीतर बल्कि विरोधियों के सामने भी मजबूती से अपनी बात रखते हैं।”
इजराइल-फिलिस्तीन मुद्दे पर भी साधा निशाना
ओवैसी ने इजराइल-फिलिस्तीन मुद्दे पर भी भाजपा सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि भारत सरकार खुद भारतीयों को सलाह दे रही है कि वे इजराइल की यात्रा न करें। यह भाजपा सरकारों की नाकामी का प्रमाण है कि मजबूर गरीब लोगों को रोजगार के लिए इजराइल जाना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि “अगर भारत में रोजगार के पर्याप्त अवसर होते तो लोग इजराइल मजदूरी करने क्यों जाते? योगी जी जितनी भी इजराइल भक्ति कर लें, लेकिन सच्चाई यह है कि भारत को सबसे ज्यादा रेमिटेंस अभी भी अरब देशों से ही मिलता है।”
राजनीतिक सरगर्मी तेज
ओवैसी के इस बयान के बाद राजनीतिक गलियारों में सरगर्मी तेज हो गई है। बीजेपी की ओर से अभी तक इस पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन पार्टी के समर्थकों और नेताओं के बयान आने की संभावना है।
