अजमेर | 8 मार्च 2025
अजमेर में वरिष्ठ वकील पुरुषोत्तम जाखोटिया की हत्या के बाद शुक्रवार को शहरभर में आक्रोश फैल गया। नाराज वकीलों ने कोर्ट परिसर में जोरदार प्रदर्शन करते हुए न्यायिक कार्यों का बहिष्कार कर दिया। गुस्साए अधिवक्ताओं ने कोर्ट परिसर से आम जनता और पुलिसकर्मियों को बाहर निकाल दिया और कोर्ट के अंदर स्थित दुकानों को भी जबरन बंद करवा दिया। हालात को देखते हुए भारी पुलिस बल की तैनाती की गई है।
क्या है पूरा मामला?
वरिष्ठ वकील पुरुषोत्तम जाखोटिया पर 2 मार्च को पुष्कर में हमला किया गया था। उन्हें गंभीर हालत में जेएलएन हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान शुक्रवार को उनकी मौत हो गई। इस घटना से वकील समुदाय में जबरदस्त आक्रोश है और वे आरोपियों को जल्द से जल्द कठोर सजा देने की मांग कर रहे हैं।
अब तक 9 आरोपी गिरफ्तार
इस हत्याकांड में पुलिस ने मुख्य आरोपी शक्ति सिंह सहित अब तक कुल 9 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। थानाधिकारी घनश्याम सिंह राठौड़ ने बताया कि शक्ति सिंह के साथ उसके साथी पप्पू सिंह रावत और हेमराज मेघवाल को गिरफ्तार किया गया है। घटना में इस्तेमाल की गई जीप को भी जब्त कर लिया गया है।
इससे पहले मंगलवार को तीन आरोपी प्रदीप, राहुल और सोनू को गिरफ्तार किया गया था, जबकि बुधवार को शंकर सिंह रावत, जीतू सिंह रावत और दीपक रावत को हिरासत में लिया गया। गुरुवार को भी कुछ और आरोपियों को गिरफ्तार किया गया, साथ ही घटना में इस्तेमाल किया गया मॉडिफाइड डीजे वाहन भी जब्त कर लिया गया है।
वकीलों ने किया कोर्ट कार्यों का बहिष्कार
अजमेर बार एसोसिएशन ने मृतक वकील के परिवार को सरकारी नौकरी और मुआवजा देने की मांग की है। साथ ही, सभी आरोपियों को जल्द से जल्द सजा दिलाने के लिए कठोर कार्रवाई की मांग की गई है। इसी विरोध में शुक्रवार को वकीलों ने कोर्ट के सभी कार्यों का बहिष्कार किया।
वकीलों के उग्र प्रदर्शन के कारण कोर्ट परिसर में तनाव की स्थिति बनी रही। पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए भारी सुरक्षा इंतजाम किए हैं। हालांकि, बार एसोसिएशन ने साफ कर दिया है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, उनका प्रदर्शन जारी रहेगा।
अजमेर में बढ़ती हिंसा पर सवाल
यह घटना अजमेर में बढ़ते अपराध और कानून-व्यवस्था पर भी सवाल खड़े करती है। हाल ही में प्रदेशभर में गैंगस्टर, रंगदारी, लूट और हत्याओं के मामलों में बढ़ोतरी देखी गई है, जिससे आम जनता के बीच भय का माहौल बना हुआ है।
