पंचायतों के परिसीमन पर बीजेपी कांग्रेस आमने सामने, मदन राठौड़ बोले- डोटासरा देखते रह जाएंगे और चुनाव हो जाएंगे

जयपुर, 25 मार्च 2025 |

राजस्थान में ‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया। यह बैठक जयपुर के पंचायतीराज संस्थान सभागार में हुई, जिसमें भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ और राष्ट्रीय महामंत्री सुनील बंसल ने भाग लिया। बैठक में ‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ की आवश्यकता, इसके लाभ और इससे जुड़े विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की गई।

डोटासरा के आरोपों पर राठौड़ का पलटवार

बैठक के दौरान मदन राठौड़ ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा द्वारा पंचायत परिसीमन पर लगाए गए आरोपों का जवाब दिया। राठौड़ ने कहा कि कांग्रेस पहले अपने कार्यकाल में किए गए परिसीमन को याद करे, जहां एक वार्ड में 500 की आबादी थी, जबकि दूसरे वार्ड में 3,000 लोग थे। उन्होंने कहा कि जल्द ही देशभर में एक साथ चुनाव कराए जाएंगे और इससे चुनावी खर्च में कमी आएगी।

डोटासरा ने लगाए थे गंभीर आरोप

इससे पहले, डोटासरा ने भाजपा सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा था कि पंचायतों के परिसीमन में धांधली की जा रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के वोटर बहुल क्षेत्रों को बड़े वार्डों में और भाजपा समर्थित इलाकों को छोटे वार्डों में बदला जा रहा है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि परिसीमन के फैसले कैबिनेट कमेटी के बजाय भाजपा और आरएसएस की एक अघोषित कमेटी द्वारा लिए जा रहे हैं।

‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ की जरूरत और फायदे

बैठक में राष्ट्रीय महामंत्री सुनील बंसल ने कहा कि भारत में बार-बार होने वाले चुनावों से शासन व्यवस्था प्रभावित होती है, जिससे विकास कार्यों में देरी होती है और सरकारी खर्च बढ़ता है। उन्होंने बताया कि भारत में लगभग 96 करोड़ मतदाता हैं और निष्पक्ष चुनाव कराना एक बड़ी चुनौती है।

बंसल ने कहा कि बार-बार चुनाव होने से चुनाव आचार संहिता लागू हो जाती है, जिससे सरकारी कार्य ठप हो जाते हैं। उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि उत्तर प्रदेश में एक फ्लाईओवर बनने में 10 साल लग गए थे, लेकिन नरेंद्र मोदी के सांसद बनने के बाद वह छह महीने में पूरा हो गया।

वन नेशन, वन इलेक्शन से 5 लाख करोड़ की बचत

बैठक में बताया गया कि वर्तमान में चुनाव कराने पर सरकार को लगभग 5 लाख करोड़ रुपये खर्च करने पड़ते हैं। यदि लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ कराए जाएं, तो यह खर्च कम किया जा सकता है और बची हुई राशि को विकास कार्यों में लगाया जा सकता है।

पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता में बनी कमेटी ने सुझाव दिया है कि 100 दिनों के भीतर सभी चुनाव संपन्न कराए जा सकते हैं। इससे प्रशासनिक स्थिरता बनी रहेगी और विकास कार्यों को गति मिलेगी।

भाजपा की आगे की रणनीति

बैठक के अंत में भाजपा नेताओं ने स्पष्ट किया कि ‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ को लेकर पार्टी पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर देशभर में जागरूकता अभियान चलाया जाएगा और इसे सफल बनाने के लिए जनता को इसके फायदों के बारे में बताया जाएगा। यह बैठक भाजपा की चुनावी रणनीति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा मानी जा रही है, जिससे आगामी चुनावों में पार्टी को लाभ मिल सकता है।

 

manoj Gurjar
Author: manoj Gurjar

Leave a Comment

लाइव क्रिकेट

संबंधि‍त ख़बरें

सोना चांदी की कीमत