जम्मू-कश्मीर के पहलगाम स्थित बैसरन घाटी में 22 अप्रैल को हुए भीषण आतंकी हमले में 26 निर्दोष पर्यटकों की नृशंस हत्या ने पूरे देश को हिला कर रख दिया है। इस निर्मम वारदात की गूंज राजस्थान तक सुनाई दी, जहां पूरे प्रदेश में गुस्से और शोक की लहर फैल गई। राज्य भर में पाकिस्तान और आतंकवाद के खिलाफ जोरदार विरोध प्रदर्शन हुए और कई जिलों में जनजीवन थम गया।
जयपुर: आतंकवाद के खिलाफ मुस्लिम समाज का प्रदर्शन
राजधानी जयपुर में शुक्रवार को जुम्मे की नमाज़ के बाद मुस्लिम समाज के हजारों लोग सड़कों पर उतर आए। लोगों ने हाथों में ‘आतंकवाद मुर्दाबाद’ की तख्तियां लेकर आतंकवाद के खिलाफ रैली निकाली। प्रदर्शनकारियों ने स्पष्ट किया कि आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता और यह इंसानियत का दुश्मन है। उन्होंने केंद्र सरकार से मांग की कि दोषियों को सख्त सजा दी जाए और पीड़ित परिवारों को न्याय मिले।
सीकर और कोटा में पूर्ण बंद, सीकर में विवाद
सीकर और कोटा में हिंदू संगठनों के आह्वान पर बाजार पूरी तरह बंद रहे। आम जनता और व्यापारियों ने स्वतःस्फूर्त तरीके से बंद को समर्थन दिया। हालांकि, सीकर के मोहल्ला कारीगरान में दुकान बंद कराने को लेकर दो पक्षों में टकराव हो गया। मौके पर पहुंची पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए स्थिति पर नियंत्रण पाया और बजरंग दल के दो कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया।
उदयपुर के झाड़ोल में रैली और ज्ञापन सौंपा गया
उदयपुर जिले के झाड़ोल कस्बे में व्यापार मंडल और सर्व समाज ने मिलकर बंद का समर्थन किया। एक विशाल रैली निकालकर कोर्ट चौराहे पर जोरदार प्रदर्शन किया गया। शहीदों को श्रद्धांजलि देने के साथ-साथ झाड़ोल SDM को ज्ञापन सौंपकर दोषियों को फांसी देने और पीड़ित परिवारों को मुआवजा देने की मांग की गई।
जैसलमेर में पाकिस्तान का झंडा जलाया
जैसलमेर में विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने हनुमान चौराहे पर पाकिस्तान का झंडा जलाया और आतंकवाद का पुतला फूंका। कार्यकर्ताओं ने चेतावनी दी कि अब पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
पुलिस हाई अलर्ट पर, छुट्टियां रद्द
प्रदेश में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए राजस्थान पुलिस मुख्यालय ने राज्यभर में हाई अलर्ट जारी कर दिया है। एडीजी लॉ एंड ऑर्डर विशाल बंसल ने सभी पुलिसकर्मियों की छुट्टियां अगले आदेश तक रद्द कर दी हैं। सीमावर्ती जिलों – बाड़मेर, जैसलमेर और श्रीगंगानगर में सुरक्षा बढ़ा दी गई है, जबकि बीएसएफ की टुकड़ियां पाकिस्तान सीमा पर अलर्ट मोड में हैं। पोकरण के रामदेवरा जैसे धार्मिक स्थलों पर भी कड़ी निगरानी रखी जा रही है।
नेताओं की प्रतिक्रिया
राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस हमले पर गहरा शोक व्यक्त किया है। दोनों नेताओं ने एकजुट होकर आतंक के खिलाफ लड़ाई लड़ने की अपील की है।
यह हमला न केवल निर्दोष नागरिकों की जान लेने वाला कृत्य था, बल्कि देश की एकता और शांति पर सीधा हमला था। राजस्थान की सड़कों पर उठी आवाजें इस बात की गवाही हैं कि आतंक के खिलाफ देश एकजुट है और दोषियों को सजा दिलाने के लिए संकल्पबद्ध है।
