देशवासियों को आई इंदिरा की याद, सीजफायर के बाद इंदिरा गांधी ट्रेंड में: कांग्रेस बोली- ‘इंदिरा होना आसान नहीं’

भारत और पाकिस्तान के बीच अमेरिकी मध्यस्थता से हुए ताज़ा सीजफायर समझौते के बाद देश की सियासी और डिजिटल फिजाओं में एक नाम गूंजने लगा—इंदिरा गांधी। कांग्रेस के नेताओं और समर्थकों ने इस मौके पर पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को याद करते हुए मौजूदा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर परोक्ष हमला बोला। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व ट्विटर) पर #IndiraGandhi ट्रेंड करने लगा।

कांग्रेस ने क्यों याद की इंदिरा?

कांग्रेस नेताओं ने 1971 के युद्ध का हवाला देते हुए कहा कि इंदिरा गांधी ने न सिर्फ पाकिस्तान को हराया, बल्कि एक नया देश—बांग्लादेश—भी बनाया। कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने लिखा, “इंदिरा गांधी होना आसान नहीं। अमेरिका की आंख में आंख डाल कर पाकिस्तान के दो टुकड़े कर दिए थे, ऐसी थीं इंदिरा गांधी।” उन्होंने इंदिरा गांधी की सेना के जवानों के साथ एक तस्वीर भी साझा की। कांग्रेस नेता सुरेंद्र राजपूत ने लिखा, “यूँ ही कोई इंदिरा गांधी नहीं बन जाता।” वहीं बिहार कांग्रेस ने लिखा, “इंदिरा गांधी ने कहा था—हिंदुस्तान किसी से नहीं डरता।”

छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, “जब तक तोड़ा नहीं, तब तक छोड़ा नहीं। इंदिरा गांधी अमर रहें!”
कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने लिखा, “India misses Indira.”

जनता की प्रतिक्रिया

सिर्फ नेता ही नहीं, आम लोग भी सोशल मीडिया पर इंदिरा गांधी को याद करते दिखे। एक यूजर ने लिखा, “भारत इस क्षण इंदिरा गांधी को याद कर रहा है।”
दूसरे ने लिखा, “ना गोदी मीडिया था, ना सोशल मीडिया… फिर भी इंदिरा गांधी ने पाकिस्तान को तोड़ा, बांग्लादेश बनाया। यह था असली नेतृत्व।”

एक यूजर ने लिखा, “चुनाव लड़ने और युद्ध लड़ने में फर्क है। कोई भी ऐसे ही इंदिरा गांधी नहीं बन जाता।”
एक अन्य पोस्ट में कहा गया, “आज Indira Gandhi ट्रेंड में रहेगी! पाकिस्तान को आत्मसमर्पण कराने वाली आयरन लेडी!”

क्या है मौजूदा हालात?

हाल ही में भारत-पाकिस्तान के बीच सीमा पर तनाव बढ़ गया था, जिसके बाद अमेरिका की मध्यस्थता से दोनों देशों ने सीजफायर पर सहमति जताई है। हालांकि सेना ने साफ किया है कि अगर पाकिस्तान फिर से हिमाकत करता है तो उसे “निर्णायक जवाब” दिया जाएगा।

निष्कर्ष

भारत-पाकिस्तान सीजफायर की खबर ने जहां एक ओर राहत दी, वहीं सियासत ने इस मौके को भी गंवाया नहीं। कांग्रेस ने इस कूटनीतिक विकास को यादों के जरिये इंदिरा गांधी की छवि से जोड़ते हुए मौजूदा सरकार पर अप्रत्यक्ष निशाना साधा है। सोशल मीडिया इस बार सिर्फ शांति की खबर से नहीं, बल्कि इतिहास की गूंज से भी भरा रहा।

manoj Gurjar
Author: manoj Gurjar

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