राजसमंद।
जिला कलेक्टर श्री बालमुकुंद असावा ने जिले में स्वच्छता को प्राथमिकता देते हुए आज शनिवार से ‘माय ऑफिस, क्लीन ऑफिस’ अभियान की शुरुआत की है। उन्होंने अपनी पहली जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक में इस संबंध में दिशा निर्देश दिए थे जिसके अनुपालन में यह अभियान शुरू हो गया है। इस अभियान का उद्देश्य सभी राजकीय कार्यालयों और प्रतिष्ठानों में स्वच्छ वातावरण सुनिश्चित करना है, ताकि यहां आने वाले आमजन को एक साफ-सुथरा और सकारात्मक माहौल प्राप्त हो सके।
श्री असावा ने पदभार ग्रहण करते ही जिले में व्यवस्थाओं को सुदृढ़ और व्यवस्थित करने के लिए कई कदम उठाए हैं। उन्होंने कहा, “स्वच्छ कार्यालय न केवल कर्मचारियों की कार्यक्षमता को बढ़ाता है, बल्कि जनता के लिए एक सकारात्मक अनुभव भी तैयार करता है।
शनिवार को पहले चरण के तहत, सभी सरकारी कार्यालयों में कर्मचारियों ने अवकाश के दिन कार्यालय में आकर स्वच्छता अभियान चलाया। उन्होंने अपने कार्यालयों को साफ-सुथरा बनाया ताकि आने वाले दिनों में कार्यालय का वातावरण स्वच्छ और अनुकरणीय रहे।
इस अभियान के दूसरे चरण में इसे निजी संस्थानों और प्रतिष्ठानों तक विस्तारित किया जाएगा, ताकि इसे जन अभियान का रूप दिया जा सके। निजी और सार्वजनिक क्षेत्रों में इस स्वच्छता अभियान के माध्यम से जागरूकता बढ़ाने का प्रयास किया जाएगा, जिससे जिले में स्वच्छता के प्रति एक नया दृष्टिकोण विकसित हो सके।
कलक्टर का मानना है कि स्वच्छ वातावरण न केवल स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है, बल्कि मानसिक और शारीरिक उत्पादकता को भी सुधारता है। कार्यालयों और संस्थानों में स्वच्छता से कर्मचारियों का मनोबल ऊंचा होता है और आमजन को एक सकारात्मक संदेश जाता है। इसके साथ ही, यह संक्रमणों और बीमारियों से भी बचाव करता है, जिससे सभी के स्वास्थ्य और सुरक्षा की दिशा में ठोस कदम उठाए जा सकते हैं।
जिला कलेक्टर ने जिले के सभी नागरिकों से इस अभियान में सक्रिय रूप से भाग लेने की अपील की है, ताकि राजसमंद स्वच्छता के क्षेत्र में एक आदर्श जिला बन सके। उन्होंने कहा, “स्वच्छता केवल सरकारी प्रयासों से संभव नहीं हो सकती, इसके लिए प्रत्येक नागरिक का सहयोग आवश्यक है।”
राजसमंद में इस तरह के नवाचार की अत्यधिक आवश्यकता थी, और इस अभियान से जिले में स्वच्छता की एक नई लहर आएगी, जो सभी के लिए लाभकारी होगी।