नई दिल्ली, 29 जनवरी 2025: दिल्ली चुनाव के बीच यमुना के “जहरीले पानी” को लेकर सियासी घमासान तेज हो गया है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने हरियाणा सरकार पर यमुना का पानी प्रदूषित करने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को खुली चुनौती दी कि वे यमुना का पानी पीकर दिखाएं। लेकिन इस बीच हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने खुद यमुना का पानी पीकर केजरीवाल के दावे को सीधा चुनौती दे डाली।
क्या कहा हरियाणा के मुख्यमंत्री सैनी ने?
हरियाणा के सीएम नायब सिंह सैनी ने दिल्ली के पल्ला गांव में यमुना नदी के किनारे पानी पीकर केजरीवाल के बयान को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा, “केजरीवाल जनता में डर फैलाने के लिए झूठ बोल रहे हैं। हमने यमुना का पानी पिया और ये पूरी तरह साफ है। जल संसाधन प्राधिकरण ने भी सैंपल लिए हैं और इसमें कोई जहर नहीं मिला।”
केजरीवाल ने क्यों दिया राहुल गांधी-अमित शाह को चैलेंज?
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि यमुना का पानी दिल्ली वालों के लिए खतरनाक हो गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि हरियाणा सरकार जानबूझकर प्रदूषित पानी छोड़ रही है, ताकि दिल्लीवासियों को गंदा पानी पीने पर मजबूर होना पड़े। केजरीवाल ने एक न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में दावा किया कि दिल्ली में यमुना के पानी में अमोनिया का स्तर 7 PPM है, जो इंसानों के लिए खतरनाक है।
राजनीति या हकीकत?
- बीजेपी का कहना है कि केजरीवाल चुनावी फायदा उठाने के लिए गलत बयानबाजी कर रहे हैं।
- कांग्रेस ने इस मुद्दे पर फिलहाल चुप्पी साध ली है।
- आम आदमी पार्टी का कहना है कि दिल्लीवासियों को साफ पानी मिलना चाहिए और हरियाणा सरकार को जवाब देना होगा।
अब आगे क्या?
यमुना के पानी को लेकर यह राजनीतिक संग्राम दिल्ली चुनावों तक जारी रहने की संभावना है। सवाल यह है कि क्या राहुल गांधी और अमित शाह इस चुनौती को स्वीकार करेंगे? या फिर यह मामला केवल चुनावी बयानबाजी तक ही सीमित रहेगा?
इस बीच, दिल्ली के नागरिक बस यही उम्मीद कर रहे हैं कि उन्हें पीने के लिए साफ पानी मिले, चाहे वह राजनीति से आए या पाइपलाइन से! 😅🚰