अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने 26 नवंबर को अपनी बोर्ड की आपात बैठक बुलाने का फैसला किया है, जिसमें 2025 में आयोजित होने वाली चैंपियंस ट्रॉफी के आयोजन पर चर्चा की जाएगी। ईएसपीएन क्रिकइंफो की रिपोर्ट के अनुसार, इस बैठक का मुख्य एजेंडा यह तय करना है कि टूर्नामेंट के लिए हाइब्रिड मॉडल अपनाया जाए या नहीं। हाइब्रिड मॉडल के तहत टूर्नामेंट पाकिस्तान और किसी अन्य देश में आयोजित किया जा सकता है।
मेजबान पाकिस्तान, भारत की अनुमति बनी बाधा
चैंपियंस ट्रॉफी के आयोजन के लिए मेजबानी का अधिकार पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) को दिया गया है, और टूर्नामेंट 19 फरवरी से 9 मार्च तक लाहौर, कराची और रावलपिंडी में आयोजित करने की योजना है। हालांकि, भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने स्पष्ट कर दिया है कि भारतीय सरकार ने टीम इंडिया को पाकिस्तान यात्रा की अनुमति नहीं दी है।
पिछले वर्षों में भारत और पाकिस्तान के बीच कूटनीतिक और राजनीतिक तनाव ने खेल आयोजनों पर असर डाला है। एशिया कप 2023 में भी भारत के पाकिस्तान न जाने के निर्णय के कारण टूर्नामेंट को हाइब्रिड मॉडल पर पाकिस्तान और श्रीलंका में आयोजित करना पड़ा था।
पीसीबी की उम्मीदें और बीसीसीआई का रुख
पीसीबी अध्यक्ष मोहसिन नक़वी ने हाल ही में कहा था कि उन्हें उम्मीद है कि चैंपियंस ट्रॉफी पाकिस्तान में सफलतापूर्वक आयोजित होगी। उन्होंने इस गतिरोध को समाप्त करने के लिए बीसीसीआई के साथ बातचीत की इच्छा भी जताई। लेकिन भारतीय सरकार के रवैये के कारण स्थिति अनिश्चित बनी हुई है।
पहले भी उठे विवाद
यह लगातार दूसरा वर्ष है जब टूर्नामेंट के आयोजन को लेकर भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव देखा गया है। इससे पहले एशिया कप और टी20 ब्लाइंड क्रिकेट वर्ल्ड कप में भी भारत ने पाकिस्तान यात्रा से इनकार कर दिया था।
आईसीसी की इस बैठक में चैंपियंस ट्रॉफी के आयोजन स्थल और मॉडल पर अंतिम निर्णय लिया जा सकता है। क्रिकेट जगत की निगाहें अब इस अहम फैसले पर टिकी हैं।