उदयपुर के चेटीचंड में नव संवत्सर के दौरान गांधी मैदान में धर्मसभा हुई। धार्मिक सभा में हजारों की संख्या में लोग शामिल हुए। इससे पहले शहरभर में शोभायात्रा निकाली गई थी। इसके बाद धर्मसभा शुरू हुई। कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर, उत्तम स्वामी एवं प्रसिद्ध राष्ट्रीय नेता बागेश्वर धाम धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने धर्मसभा को संबोधित किया। यहां शास्त्री ने भारत को हिन्दू राष्ट्र घोषित करने सहित मेवाड़ की वीरता की भी फिर से चर्चा की। उन्होंने महाराणा प्रताप, हाड़ी रानी, बप्पारावल सहित मेवाड़ के अनेक वीरों का उल्लेख किया।
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने अपने भाषण में कहा, “मेवाड़ एक ऐसी भूमि है जहाँ न केवल माँ-बहनें, भाई, बल्कि यहाँ का चेतक घोड़ा भी नायक है। मेवाड़ शौर्य, पराक्रम और संस्कृति के संरक्षण की ऐसी भूमि है, जहां बप्पा रावल में सामने अफगानिस्तान पस्त हो जाता है, जो हिंदुओं का ही देश कहलाता है.”
नेता बागेश्वर धाम ने आगे कहा, “मैं बोलने नहीं आया हूं, मैं लाखों आध्यात्मिक और राजनीतिक पैसे बर्बाद नहीं करूंगा। मैं सनातन के लिए जीया, सनातन छोड़ दिया, और मैं सनातन के लिए अपना जीवन दे दूंगा। संत उत्तम स्वामी के भाषण को जारी रखते हुए उन्होंने कहा, “पाकिस्तान में तो हम चलकर हिन्दू राष्ट्र बना देंगे लेकिन जो कुम्भलगढ़ दुर्ग है उसमें दूसरे झंडे हटाकर भगवा झंडे कब लगाएंगे.”
धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि उत्तम स्वामी जी ने कहा था कि वे चीन जाएंगे, हिंदू राष्ट्र बनाएंगे, चीन जाएंगे, लेकिन पहले कृष्ण धाम जाएंगे। उन्होंने देश को हिंदू राष्ट्र बनाने के लिए सभी से आगे आने का आह्वान किया। उन्होंने मेवाड़ में जौहर का भी उल्लेख किया।