झालावाड़ पुलिस द्वारा गिरफ्तार मनोज शर्मा भैंसोड़ा मंडी, थाना भानपुरा, जिला मंदसौर, मध्य प्रदेश का रहने वाला है. पुलिस ने एक दर्जन से अधिक ऐसे खातों को सीज किया है, जिनके जरिए फर्जी तरीके से पैसे ट्रांसफर किए गए थे। उसका एक साथी इस घोटाले में शामिल होने के मामले में वांछित है। आरोपी ने पुराने सिम कार्ड का गलत इस्तेमाल कर पैसे ट्रांसफर कर लिए।
झालावाड़ एसपी ऋचा तोमर ने बताया कि भवानी मंडी निवासी एक बुजुर्ग महिला ने 18 मार्च को झालावाड़ साइबर थाने में रिपोर्ट दी थी कि उसका पति शिवनारायण शर्मा बिजली विभाग से सेवानिवृत्त है. उनकी पेंशन स्टेट बैंक में जमा थी। 6 फरवरी को उसकी मौत के बाद उसने पैसे निकालने के लिए अपने पड़ोसी को एटीएम भेजा, लेकिन उसके बैंक खाते में सिर्फ 14 हजार रुपये ही थे. बैंक अधिकारियों ने बताया कि सितंबर से जनवरी के बीच 5.56 लाख रुपये विभिन्न यूपीआई लेनदेन के जरिए ट्रांसफर किए गए, जबकि इंटरनेट बैंकिंग का इस्तेमाल नहीं किया गया।
रिपोर्ट में पुलिस ने साइबर थाने में एक अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ ऑनलाइन पैसे ठगी का मामला दर्ज किया है। मामले को गंभीरता से लेते हुए एसपी ऋचा तोमर ने अपने नेतृत्व में साइबर पुलिस को सक्रिय किया। टीम को बैंक और यूपीआई पोर्टल फोनपे से रिकॉर्ड मिले। तकनीकी जांच व पड़ताल में पता चला कि अवैध लेन-देन मनोज शर्मा के भतीजे ने अपने एक सहयोगी की मदद से किया था। इसके बाद गिरोह ने उसे भवानी मंडी में घेर लिया और पूछताछ के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों के पास से घटना में प्रयुक्त मोबाइल फोन भी बरामद कर लिया गया है।
लकवे से पीड़ित शिवनारायण कीपैड वाला मोबाइल फोन रखते थे। आरोपी के भतीजे मनोज शर्मा ने उसकी बीमारी का अवैध रूप से लाभ उठाते हुए अपने फोन से सिम कार्ड निकाल दिया और सिम कार्ड और स्मार्टफोन का उपयोग करके यूपीआई ऐप \”फोन पे” डाउनलोड कर लिया। उसे पैसे थमाने के बाद वह सिम कार्ड वापस उसी फोन में लगाकर उसे दे देता है। आरोपी ने तीन से चार महीने तक 5.56 लाख रुपये विभिन्न बैंकों में इस तरह ट्रांसफर किए।