रविवार को राजस्थान की राजधानी में नवोनमेश फाउंडेशन ने सनातन संस्कृति के पुनरुद्धार के लिए ‘नवोंमेश’ थिंक का आयोजन किया, जिसमें हिंदू इकोसिस्टम के संस्थापक और सीईओ कपिल मिश्रा ने कांग्रेस और राहुल गांधी पर हमला बोला. मिश्रा ने कहा कि जो राम लला को टेंट में देखना चाहते थे, आज उनके ही बंगले खाली हो रहे हैं और जो राम मंदिर का विरोध कर रहे थे, आज वही अपनी आंखों से राम लल्ला को भव्य मंदिर में विराजमान होते देख रहे हैं. उन्होंने कहा कि राम लल्ला के मंदिर, रामसेतु पर सवाल उठाने वालों को सबक मिल चुका है.
उधर, सावरकर को लेकर राहुल गांधी के बयान पर मिश्रा ने कहा कि वह असल में गांधी भी नहीं हैं और सावरकर नहीं हो सकते क्योंकि आपके सावरकर होने की एक ही शर्त है कि आप राष्ट्रवादी हों. दूसरी ओर, मिश्रा ने कहा कि अगर राहुल गांधी गांधी के उपनाम का उपयोग नहीं करते हैं तो उनका व्यवसाय नहीं चल सकता है।
मिश्रा ने आगे कहा कि मोदी के सरनेम को लेकर राहुल गांधी का बयान है कि अगर ये लोग गांधी के नाम का इस्तेमाल नहीं करेंगे तो उनका धंधा कैसे चलेगा लेकिन आपके नाम के आगे गांधी राजघाट पर समाधि की वजह से नहीं है बल्कि आपके नाम के आगे गांधी उनके नाम पर लगा है जिनकी प्रयागराज में कब्र है.
प्रधानमंत्री मोदी के बारे में बात करते हुए मिश्रा ने कहा कि मोदी कांग्रेस के सामने एक दीवार की तरह खड़े थे और ये लोग भारत की अर्थव्यवस्था के विनाश के सपने देखते थे, लेकिन मोदी दीवार की तरह खड़े रहे। उन्होंने कहा कि ये लोग अनुच्छेद 370 को हटाने के रास्ते में खड़े हो गए, लेकिन मोदी फिर दीवार की तरह खड़े हो गए।
दूसरी ओर, मिश्रा ने कहा कि रामनवमी के दौरान केवल एक दिन की छुट्टी होती थी, लेकिन शहर की स्थिति को देखकर लगता है कि अब यह तीन दिन की हो जाएगी क्योंकि दो दिन की छुट्टी इलाज करवाने के लिए लेनी पड़ेगी और यही माहौल रहा तो एक दिन त्योहार मनाने का और दो दिन मरहम लगाने का रखा जाएगा.
उन्होंने कहा कि रामनवमी ऐसा पर्व बन रहा है, जब लोग इसकी बात करेंगे तो कहेंगे कि इसकी तैयारी दोनों समुदाय के लोग खुशी से करते हैं, जहां एक समाज के लोग पूजा की तैयारी करते थे तो कुछ लोग इस दिन पत्थरबाजी की तैयारी करते थे.