राजस्थान में 16 दिन से सरकारी और निजी अस्पतालों के बीच मेडिकल लाइसेंस फीस को लेकर विवाद चल रहा है. पीपुल्स हॉस्पिटल के डॉक्टर स्वास्थ्य देखभाल कानून के अधिकार की लागत को माफ करने के राज्य सरकार के अनुरोध पर दृढ़ता से विश्वास करते हैं। उधर, डॉक्टरों के चल रहे कामकाज को लेकर सोमवार शाम एक बड़ी खबर आई, जहां निजी अस्पतालों के डॉक्टरों के एक प्रतिनिधिमंडल ने सीएम अशोक गहलोत के अधिकारियों से मुलाकात की.
जिनके बारे में कहा जाता है कि दोनों पक्षों के बीच रास्ते में बातचीत हुई. यह पाया गया कि चर्चा के बाद, यह सिफारिश की गई कि वे पहले सार्वजनिक अस्पतालों में स्वास्थ्य अधिकार अधिनियम लागू करें। निजी अस्पतालों की मांगों पर सहमति जताने के बाद सोमवार शाम को सरकार से वार्ता कर स्वास्थ्य कर्मियों का एक समूह मंगलवार को सीएम गहलोत से मिल रहा है, जिसके बाद माना जा रहा था कि इस हड़ताल को खत्म करने की घोषणा की जा सकती है.
यहां मंगलवार को निजी अस्पतालों के डॉक्टरों ने एक बड़ी रैली की घोषणा की, जिसमें डॉक्टरों ने पड़ोसी राज्यों के डॉक्टरों को भी इस परियोजना में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया, जिसके बाद सुबह की रैली के लिए डॉक्टर जुटने लगे.
हालांकि, सरकार से चर्चा के बाद अब डॉक्टरों के प्रतिनिधि कुछ भी कहने से इनकार कर रहे हैं। उधर, समूह का नेतृत्व करने वाले निजी हॉस्पिटल एंड नर्सिंग होम सोसायटी के सचिव डॉ. विजय कपूर ने मंगलवार को एक वीडियो पोस्ट कर कहा कि सोमवार देर रात जो भी कुछ हुआ इसके बारे में मुझे जानकारी नहीं है और मैं काफी दबाव में था लेकिन मैं अपने घर से बाहर नहीं निकला हूं.
डॉ. विजय कपूर ने स्पष्ट किया कि आज हमारी महारैली होने वाली है जो इस सीजन की तरह जारी रहेगी। गौरतलब है कि इससे पहले सोमवार, 3 अप्रैल को हुई चर्चा के बाद खबर सामने आई थी कि डॉक्टरों ने कई बिंदुओं पर सहमति जताई है, जिसके बाद डॉक्टर हड़ताल के खत्म होने की घोषणा कर सकते हैं.