संयुक्त राष्ट्र में भारत ने पाकिस्तान को एक बार फिर ऐसा जबाब दिया की वो दुनिया के सामने शर्म से पानी पानी हो गया. संयुक्त राष्ट्र के मंच पर बार-बार कश्मीर मुद्दा उठाने वाला पाकिस्तान इस बार भारत की कड़ी सलाह कभी नहीं भूलेगा। भारत ने अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था का दुरुपयोग करने वाले पाकिस्तान को साफ कर दिया है कि उसे कश्मीर मुद्दे को उठाने के बजाय पहले आंतरिक मुद्दों पर ध्यान देना चाहिए और उन पर बात करनी चाहिए. भारत ने कहा कि पाकिस्तान अक्सर कश्मीर मुद्दा उठाते हुए नई दिल्ली पर मूर्खतापूर्ण आरोप लगाता है, लेकिन इसका कोई मतलब नहीं है. इसलिए पाकिस्तान को ये सब करने के बजाय अपने मामलों पर ध्यान देना चाहिए.
इस परिषद के समय का प्रभावी ढंग से उपयोग करने के लिए, मेरा सुझाव है कि इसके प्रतिनिधि मेरे देश के खिलाफ निराधार आरोप लगाने के बजाय अपने आंतरिक मामलों से निपटने और अपनी सीमाओं के भीतर व्यवस्था बहाल करने पर ध्यान केंद्रित करें। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) में अकाल और संघर्ष के कारण वैश्विक खाद्य कमी पर खुली चर्चा के दौरान पाकिस्तान के प्रतिनिधि अहम मुद्दों पर विचार कर रहा है. मधुसूदन ने इस बात पर जोर दिया कि भारत की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता को खतरा नहीं होना चाहिए। उनका मानना है कि इस चर्चा या बहस में पड़ने की कोई जरूरत नहीं है। मधुसूदन ने पाकिस्तान को “मेरे देश के खिलाफ निराधार आरोप लगाने के बजाय” आंतरिक मामलों पर ध्यान केंद्रित करने और अपनी सीमाओं के भीतर व्यवस्था बहाल करने की सलाह दी।
भारत और पाकिस्तान के बीच कई मुद्दों पर रिश्ते तनावपूर्ण हैं, जिनमें इस्लामाबाद का आतंकवाद को लगातार समर्थन और कश्मीर मुद्दा भी शामिल है। भारत का दावा है कि जम्मू-कश्मीर हमेशा से देश का हिस्सा रहा है और रहेगा। अगस्त 2019 से इस्लामाबाद और नई दिल्ली के बीच संबंध तनावपूर्ण हैं, जब भारत ने जम्मू और कश्मीर के विशेष दर्जे को खत्म कर दिया था।