राजस्थान के उदयपुर जिले में पुलिस ने एक वेबसाइट के माध्यम से एस्कॉर्ट सर्विस की पेशकश करके कथित तौर पर धोखाधड़ी करने वाले पांच संदिग्धों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने व्हाट्सएप पर लड़कियों की तस्वीरें साझा करके, लोगों को दूरदराज के स्थानों पर बुलाकर और लूटपाट करके घटनाओं को अंजाम देते थे। पुलिस ने आरोपियों के पास से एक तलवार, 10 मोबाइल फोन, दो हिसाब की डायरी और दो कारें जब्त कीं।
एसपी भुवन भूषण यादव ने बताया कि मामले में पुलिस थाना मौहब्बपुरा रेनवाल निवासी जितेंद्र सिंह (22) पुत्र प्रीतम सिंह, मौहब्बपुरा पवलिया महुवा मंडी निवासी मनीष चौधरी पुत्र नारायण लाल चौधरी (22) पुत्र मन. अशोक सैना, रामकिशोर सैन (23 वर्ष) निवासी बगरू, सुबराती खान पुत्र मजीद खान (25) निवासी सकुण्ड थाना नरेना तथा दीपक कुमार मीना पुत्र रामस्वरूप मीना (21 वर्ष) निवासी कचनार थाना मौजवाबाद जिला जयपुर को गिरफ्तार किया गया है।
एसपी यादव ने बताया कि ये गिरोह पिछले तीन-चार माह में सैकड़ों लोगों को अपना शिकार बना चुके है. इनका सरगना राकेश कुमार मीना हैं. ऐसी ने विभिन्न फ़ोन नंबरों को साइट से लिंक कर रखे है जो कोई भी इस की वेबसाइट से संपर्क करेगा उसे सीधा फोन संपर्क मिलेगा। फिर व्हाट्सएप पर खूबसूरत लड़कियों की तस्वीरें भेजकर रिश्ते बनाने और बातचीत करने के लिए पैसे तय होते हैं। फिर, इन्हें बुलाए गए समूह के सदस्य तयशुदा रकम प्राप्त करने के बाद किसी गुप्त स्थान पर जाकर अपने हथियार दिखाकर और मारपीट कर लूट की घटना को अंजाम देते है। पीड़ित भी बदनामी के डर से कुछ नहीं बोलते थे, इस से अपराधी बेखौफ घटनाओ को अंजाम दे रहे थे।
एसपी यादव ने बताया कि मामला सामने आने के बाद सूचना मिलने पर सोमवार को एक टीम का गठन किया गया. गिरोह ने एक पुलिस अधिकारी को फर्जी डीलर बनाकर सुखा नाका रोड पर भेजा, जिसके बाद इस धंधे का खुलासा हुआ. पुलिस ने बाद में घटना में शामिल होने के संदेह में पांच लोगों को गिरफ्तार किया। उनसे पूछताछ के माध्यम से वारदात की घटनाओं की जानकारी एकत्रित की गयी।