अगस्त में राजस्थान में मानसून की गतिविधि में गिरावट देखी गई और गर्मी और उमस ने लोगो के लिए बड़ी समस्याएँ पैदा कर दीं। वहीं बारिश की कमी के कारण किसानों के खेतों में लगी फसल भी बर्बाद हो गयी है. हालांकि, पिछले 24 घंटों में राज्य के बड़े हिस्से में भारी बारिश हुई है, जिससे कई जगहों पर तापमान में गिरावट आई है.
मौसम विभाग के अधिकारियों ने राजधानी जयपुर समेत 10 से ज्यादा जिलों में बारिश की संभावना बताई है. जयपुर, भरतपुर, उदयपुर, कोटा, सवाई माधोपुर, बूंदी, दौसा और करौली में मध्यम बारिश संभव है. वहीं, जोधपुर, बीकानेर और अजमेर के अधिकांश हिस्सों में मौसम शुष्क रह सकता है. साथ ही पूर्वी भारत में शुरू हुए नए सिस्टम का असर राजस्थान के कई हिस्सों में भी देखने को मिल रहा है.
मौसम विभाग के अनुसार पिछले 24 घंटों में अलवर जिले में भारी बारिश दर्ज की गई. यहां करीब 25 मिमी बारिश हुई. इसके अलावा करौली में 22 मिमी, झालावाड़ में 20 मिमी और झालरपाटन में 6 मिमी बारिश हुई। इस बीच राजधानी जयपुर में कुछ देर बारिश हुई जिसके बाद मौसम सुहावना बना हुआ है. कई इलाकों में बादल छाए रहे लेकिन बारिश नहीं हुई.
मौसम विभाग ने जयपुर, भरतपुर, उदयपुर, कोटा, सवाई माधोपुर, बूंदी, दौसा और करौली सहित राजस्थान के 10 से अधिक जिलों में बारिश की भविष्यवाणी की है। अन्य इलाकों में मौसम शुष्क रह सकता है और आसमान में बादल छाये रह सकते हैं.
अगस्त में बारिश की कमी के कारण राजस्थान में फसल खराब होने का खतरा है। हालांकि मानसून की शुरुआत में भारी बारिश से फसल को फायदा हुआ, लेकिन अब किसान बारिश की कमी से चिंतित हैं। कीड़ों के संक्रमण का खतरा बढ़ता जा रहा है।