बून्दी, 6 सितम्बर। जिले में चल रहे मौसमी बीमारियों के नियंत्रण उपायों के अन्तर्गत सम्पूर्ण जिले में मौसमी बीमारियों की रोकथाम बाबत् निरन्तर घर-घर जाकर सर्वे किया जा रहा है तथा समस्त चिकित्सा संस्थानों पर सघन मॉनिटरिंग जारी है। प्रत्येक सोमवार को जिला कलक्टर डा0 रविन्द्र गोस्वामी की अध्यक्षता में मौसमी बीमारियों के संदर्भ में मीटिंग ली जाती है व आवश्यक निर्देश प्रदान किये जाते है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा0 सामर ने बताया कि जिला स्तर से जिले में 5 ब्लॉक हेतु टीम का गठन किया गया है, काप्रेन ब्लॉक हेतु अति. मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा0 महेन्द्र कुमार त्रिपाठी, बूंदी ब्लॉक हेतु आरसीएचओ डा0 पी0सी0 मीणा, हिंडोली ब्लॉक हेतु उपमुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. कमलेश शर्मा, नैनवा ब्लॉक हेतु सांख्यिकी अधिकारी सत्यवान शर्मा, शहरी क्षेत्र हेतु डीपीएम (एनयूएचएम) डा0 अरविन्द तिवारी, तालेड़ा ब्लॉक हेतु डीपीएम (एनएचएम) राहुल माथुर को नोडल नियुक्त किया गया है, जो मौसमी बीमारियों की नियमित सघन मॉनिटरिंग कर रहे है। जिनकी वजह से इस वर्ष मौसमी बीमारी पिछले वर्ष की तुलना में बहुत कम है।
जैसे कि डेंगू, मलेरिया तथा स्वाइन फ्लू रोग से ग्रसित रोगियों की संख्या में कमी हुई है। उपमुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (स्वा.) डा. कमलेश शर्मा ने बताया कि पिछले वर्ष 2022 में मलेरिया पीवीएक्स के कुल 4 रोगी जबकि 2023 में अब तक 0 रोगी, इसी प्रकार 2022 में डेंगू के 75 केस एवं 2023 मे अब तक 18 कन्फर्म रोगी चिन्हित हुए है। सम्पूर्ण जिले के विभिन्न गांवों में मौसमी बीमारियों की रोकथाम हेतु प्रचार प्रसार, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य शिक्षा तथा जागरूकता की कार्यवाही निरन्तर दी जा रही है। स्क्रब टाइफस के रोगियों की संख्या में वर्ष 2022 में 61 एवं 2023 में अब तक 19 केस चिन्हित हुये है।
स्क्रब टाइफस रोग एक प्रकार से असंक्रामक रोग है जो पालतू जानवरों,चूहों एवं गंदगी में निहित जीव पिस्सू के काटने से होता है, इसे रोकने हेतु जिले के समस्त चिकित्सा संस्थानो पर आई.ई.सी गतिविधियां पूर्ण कर ली गई है तथा प्रभावित क्षेत्रों में निरन्तर सर्वे किया जा रहा है। उक्त जीव के बढ़ने से रोकने हेतु पशु चिकित्सालय विभाग को पत्र जारी किये गये है तथा तुरन्त कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया है। सम्पूर्ण बूंदी जिले में एन्टीलार्वल कार्यवाही के दौरान डेंगू मलेरिया के रोगी चिन्हित होने एवं मच्छर प्रजनन स्थल ‘‘रेड जोन‘‘ पर निरन्तर फॉगिंग कराई जा रही है। जिला कलेक्टर डा. रविन्द्र गोस्वामी की अध्यक्षता में सप्ताह के प्रत्येक सोमवार को मौसमी बीमारियों की मॉनिटरिंग की जाकर, इसके रोकथाम एवं नियंत्रण हेतु समीक्षा की जा रही है।
क्षेत्र में सभी स्वास्थ्यकर्मी द्वारा प्रतिदिन अपने-अपने क्षेत्र के गांवों का भ्रमण कर निःशुल्क मलेरिया रोधी औषधियों का वितरण किया जा रहा है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा0 ओ0पी0 सामर ने बताया कि जिले में स्थिति नियंत्रण में है।