ब्रज मेवात के घनश्याम गुर्जर उर्फ़ गूँगा पहलवान निवासी ग्राम भैंसेडा तहसील पहाड़ी ज़िला भरतपुर जो की एक मध्यम परिवार से है इन्होंने पहली ही बार में वर्ल्ड रेसलिंग चैंपियनशिप में मेडल प्राप्त किया।घनश्याम पहलवान राजस्थान के एकमात्र खिलाड़ी है जो इस बार वर्ल्ड रेसलिंग चैंपियनशिप में चयनित हुए और देश के एकमात्र खिलाड़ी है जो पहली ही बार में एक साथ दो-दो मेडल प्राप्त किए। उनकी तीन साल की मेहनत में ही उन्होंने ये कारनामा करके दिखाया है। इससे पहले वो मिट्टी के अखाड़े पर ही मेहनत करते थे। इन्होंने मिट्टी के दंगलों में ही अपना नाम अपने क्षेत्र में रोशन कर रखा है।
असुविधा के अभाव में भी इन्होंने अपनी मेहनत जारी रखी और मंज़िल प्राप्त करी। उनके बड़े भाई लेखराज पहलवान के मार्गदर्शन के चलते उन्होंने आज यह मुक़ाम हासिल किया है एवं क्रिग्जिस्तान में आयोजित वर्ल्ड रेसलिंग चैंपियनशिप में 9 सितंबर को उन्होंने गोल्ड मेडल हासिल किया है एवं 2 सितंबर को उन्होंने कास्य पदक हासिल था।इनके बड़े भाई लेखराज पहलवान वो भी पहले मिट्टी के पहलवान थे एवं अपने क्षेत्र में अच्छा-ख़ासा नाम था। परंतु कुश्ती लड़ते वक़्त उनके पैर में गहरी चोट लग गई एवं उन्हें कुश्ती को त्यागना पड गया परंतु उन्होंने अपने सपने को नहीं दबाया बल्कि उन्होंने अपने छोटे भाई घनश्याम पहलवान को खड़ा किया और आज घनश्याम पहलवान अपना और अपने परिवार का नाम बहुत ही अच्छे से रोशन कर रहे है। भारत की टीम महासिंह कोच के नेतृत्व में 2 सितंबर को क्रिग्ज़िस्तान पहुंची ।