-सूर्यास्त के बाद रात में छात्रा को पुलिस कस्टड़ी में रखने से मामला गर्माया, सामाजिक संगठनों में रोष
शाहपुरा न्यूज – प्रागपुरा थाना अन्तर्गत आदिवासी समाज से एक दलित छात्रा को पुलिस थाना प्रागपुरा पर रिपोर्ट दर्ज करवाने आने पर रिपोर्ट न कर उसके खिलाफ ही अन्य विपक्षी पक्ष को पुलिस थाना में बुलाकर पीड़ित पक्ष पर दवाब बनाकर मामला रफा दफा करने की कोशिश की गई। पीड़ित पक्ष रिपोर्ट दर्ज करवाने के लिए विरोध किया तो रिपोर्ट दर्ज करने के बजाय पुलिस पीड़ित परिवार से दुर्व्यवहार करने लगी तथा देर रात तक परिजनों समेत छात्रा को पुलिस कस्टड़ी में बंद कर दिया। वहीं छात्रा को जेसी भेजने का मामला सामने आया है।
मामले की जानकारी लगने पर विभिन्न संगठनों समेत शुक्रवार को बड़ी संख्या में लोग प्रागपुरा पुलिसथाना पर एचएचओं समेत खनन माफियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन करने लगे। सामाजिक कार्यकर्ता लालचंद मीणा व बलवंत सिंह मीणा ने बताया की पीड़ित परिवार प्रागपुरा थाना क्षेत्र के जीणगौर तहसील पावटा जिला कोटपुतली बहरोड़ के निवासी है। उनके आवासीय मकानों स्थित 15 मीटर की दूरी पर संदीप शर्मा पुत्र भवानी शंकर शर्मा निमकानाथाना ने पत्थरों की लिज ले रखी है। खनन में कार्य रहे कर्मियों द्वारा विगत 7 सितम्बर जन्माष्टमी के दिन अवैध तरीके से हैवी बलाष्टिंग की गई। बलाष्टिंग से उछले पत्थर के टूकडों से दूर दूर तक चारों ओर पत्थर के टूकड़े बिखर गए तथा पीड़ित परिवार के घर पर भी अनेकों पत्थर आ गये जिनमें परिवार हादसा होने से बाल बाल बचा है। बलाष्टिंग होने के बाद जब पीड़ित छाजूराम पुत्र कानाराम मीणा जाति-मीना निवासी मीणों भी ढाणी ग्राम जीणगौर जिला कोटपुतली बहरोड़ ने उन्हें समझाने का प्रयास किया तो मां बहिन की गंदी गंदी गालिया देने लगे।
थोड़ी देर बाद रामशरण गुर्जर पुत्र काशीराम गुर्जर, गोपी गुर्जर, घनश्याम गुर्जर, सन्तलाल समेत अन्य लोग निवासी बेरीबांध आवेश में आकर छाजूराम के घर पहुंचे और महिलाओं समेत बुजुर्ग को जाति सूचक शब्दों से अपमानित कर मां – बहनों की गंदी गालियां देने लगे और उनके साथ बुरी तरह मारपीट कर दी। उक्त घटना की शिकायत लेकर शाम करीब 4:30 बजे जब पीड़ित परिवार पुत्री समेत थाना पर रिपोर्ट दर्ज करने पहुंचा था। पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज करने की बजाय उल्टा आरोपियन का पक्ष लेते हुए पुलिसकर्मी उन्हें डराने लगे तथा आरोपी पक्ष को थाने में बुलाकर आपस में सुलह कराने की कोशिश की। पीड़ित पक्ष जब बार बार रिपोर्ट दर्ज करने की बात कहने लगा तो उन्हें थाने में हि पुलिस द्वारा गालि गलौच व दुर्व्यवहार कर उन्हें दुसरे पक्ष की रिपोर्ट लेकर सूर्यास्त के बाद करीब रात आठ बजे थाने में बंद कर दिया गया व छात्रा को भी करीब रात्री 11 बजे तक पुलिस थाने में बिठाने के बाद जेसी भेज दिया गया और इस घटना के बारे में पुलिस ने न तो अन्य परिजनों को सूचित किया न हि उन्हें कोई पहले किसी तरह का कोई नोटिस दिया।
पुलिसथाना एसएचओं का कहना कि एक अन्य मामले में छाजूराम के परिवार के खिलाफ पुलिस रिपोर्ट दर्ज है जिसमें छाजूराम व उनके पुत्रों को गिरफ्तार किया गया। प्रागपुरा थाना पर बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ जुटने व धरना प्रदर्शन की सूचना लगने पर विराटनगर डिप्टी रोहित सांखला व कोटपुतली डिप्टी मदनलाल जैफ थाना पहुंचे। धरना स्थल पर डिप्टी आमजन के साथ परस्पर सम्पूर्ण विवरण जानने की कोशिश करते हुए वार्तालाप किया तो दूसरे पक्ष पर हाथों हाथ हि रिपोर्ट दर्ज का निर्देश दिया तथा एसएचओं सवाई सिंह तंवर पर भी सात दिनों में जांच व दोषित पाए जाने पर उचित कार्यवाही का आश्वाशन देने पर धरनार्थियों द्वारा धरना समाप्त कर दिया गया।
सेवानिवृत पुलिस महानिदेशक आर.पी. मीणा ने भी घटना की सूचना लगने पर जिला कोटपुतली बहरोड़ एसपी रंजीता शर्मा आईपीएस को ज्ञापन भेजकर दोषित के खिलाफ उचित कार्यवाही की मांग की है।
इस दौरान सामाजिक कार्यकर्ता सुरेश मीणा बैंगलौर, जीणगौर सरपंच रोहित बायला, जे.जे.पी नेता रामनिवास यादव, पूर्व सरपंच शिम्भदयाल मीणा, विनोद मीणा आंतेला, शंकर लाल मीणा, रामौवतार मीणा, भगवती प्रसाद मीणा, श्रीराम मीणा, महावीर चावला, राजेश हाडिया, ओमप्रकाश उर्फ गन्नीभाई, संतलाल फानन, दशरथ मीणा, जीतू आर्य पनियाला, जितेन्द्र मीणा, गुमान मीणा, लक्ष्मण मीणा, रामनिवास मीणा, शैतान सिंह मीणा, रघुवीर मीणा समेत सैकड़ों लोग मौजूद रहे।