राजस्थान के कोटा में कोचिंग छात्र की हत्या के राज से पुलिस ने पर्दा उठा दिया है. पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपियों को पकड़ लिया है और चार नाबालिगों को बंदी बना लिया है। अब तक की जांच में यह बात सामने आई है कि इन बच्चों के बीच किसी बात को लेकर बहस हो गई थी, जिसके बाद सबक सिखाने को लेकर मारपीट हो गई, जिसमें कोचिंग छात्र की मौत हो गई. इस मामले में सिटी एसपी शरद चौधरी ने बताया कि जवाहर नगर थाना क्षेत्र के इंद्रा विहार में सोमवार शाम एक कोचिंग छात्र पर हमला किया गया. इसके बाद इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी।
इस घटना का खुलासा करने के लिए सिटी एडिशनल एसपी संजय गुप्ता के निर्देशन और प्रभारी अधिकारी भवानी सिंह की देखरेख में एक टीम का गठन किया गया. इस ग्रुप ने हत्या का आरोप लगाया है, आरोपी आदित्य नाम का मैनेजर (19), मध्य प्रदेश का रहने वाला, ब्रिजेश उपाध्याय नाम का व्यक्ति लव कुमार (18 साल 5 महीने), निवासी रक्सिया, जिला रोहताश बिहार, साकेत कुमार राज नाम का रहने वाला है। सत्यम, स्थानीय बांका बिहार का निवासी। चार नाबालिग लड़कों को भी हिरासत में लिया गया है। जानकारी के मुताबिक ये लड़के कोटा में कोचिंग भी कर रहे हैं.
पुलिस ने बताया कि मृतक 11वीं कक्षा का कोचिंग छात्र था, जो पिछले 18 महीने से कोटा में पढ़ाई कर रहा था। उसकी मां भी उसके साथ रहती थी। 11 दिसंबर को वह इंद्र विहार में अपने साथियों के साथ बैठकर चाय पी रहा था। इसी दौरान किसी विवाद को लेकर कुछ युवकों ने उसकी पिटाई कर दी, जिसके बाद कोटा के मॉडर्न थेरेप्यूटिक कॉलेज में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. अतिरिक्त पुलिस निदेशक संजय गुप्ता ने बताया कि मृत कोचिंग छात्र और उसके साथ पढ़ रहे कुछ छात्रों के बीच किसी बात को लेकर विवाद हो गया. इस कारण ईर्ष्यावश कुछ छात्रों ने कोचिंग छात्र की पिटाई कर दी.
कोटा रेंज में एक छात्र की हत्या के बाद इस क्षेत्र की स्थिति के संबंध में भाजपा मंडल अध्यक्ष देवेन्द्र राही के नेतृत्व में जवाहर नगर थाना अधिकारी को रिमाइंडर दिया गया और सुरक्षा कदम उठाने की मांग की गई. इसके साथ ही यहां चल रही अवांछनीय गतिविधियों पर रोक लगाने का अनुरोध किया गया है.