राजस्थान में हिट एंड रन कानून में नए प्रावधान के विरोध को चुनौती देने के लिए भरतपुर सहित कई स्थानों पर ट्रक ड्राइवरों और निजी परिवहन चालकों ने ‘चक्का जाम’ किया। इसका सबसे ज्यादा असर भरतपुर, सवाई माधोपुर, अलवर और धौलपुर में देखने को मिला. भरतपुर के बस चालक, निजी परिवहन चालक और बस चालकों ने चक्का जाम हड़ताल कर दी। रोडवेज की करीब 150 से अधिक बसें, 100 से अधिक निजी बस व वाहनों के पहिए थम गए। चालकों की मांग है नए प्रावधान वापस लिए जाए अन्यथा हड़ताल जारी रहेगी।
गौरतलब है कि हाल के दिनों में हिट एंड रन कानून में नए प्रावधान किए गए है. इसके तहत अगर दुर्घटना के बाद चालक वाहन से उतरकर भागता है तो 7 लाख रुपये का जुर्माना और 10 साल तक की सजा का प्रावधान किया गया है। सरकार को यह नया प्रावधान वापस लेना चाहिए, क्योंकि दुर्घटना होने पर ड्राइवर की जान को खतरा रहता है। दुर्घटना के समय मौके पर भीड़ बेकाबू हो जाती है। सरकार को स्वयं दुर्घटनाओं में घायलों व वाहन चालकों की मदद के लिए आगे आना चाहिए।
आज एक बार फिर सवाई माधोपुर में इस नए कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन देखने को मिला है. ट्रक यूनियन, ट्रांसपोर्ट यूनियन, बीट यूनियन सहित ट्रक चालकों व अन्य वाहन चालकों ने कलेक्ट्रेट के समक्ष जमकर विरोध-प्रदर्शन किया। केंद्र सरकार के आदेश की अवहेलना करते हुए धौलपुर के परिवहन अधिकारियों ने सोमवार सुबह ही सड़क पर नाकाबंदी कर दी. सड़क कर्मियों, चालकों व परिचालकों के काम के बाद सड़क पर लोगों व ठेकेदारों का आवागमन बंद हो गया. रोडवेज बस स्टैंड पर जाम के बीच यात्री खासे परेशान रहे। रोडवेज बस स्टैंड पर चक्का जाम कर दिया।