ब्रिटेन में कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बयान के बाद देश की संसद के दोनों सदनों में हंगामा जारी है और बजट सत्र के दूसरे चरण का दूसरा दिन भी हंगामेदार रहने की उम्मीद है. जहां भाजपा राहुल से उनकी टिप्पणियों के लिए माफी मांगने पर अड़ी है, वहीं कांग्रेस प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पिछले विदेश मामलों का हवाला देते हुए हिंडनबर्ग रिपोर्ट और अडानी मामले की जेपीसी जांच चाहती है। राहुल के बयान पर हंगामे के चलते दो दिन बाद सोमवार को संसद पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गई।
दूसरी ओर, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का एक बड़ा बयान अब इस विषय पर जारी किया गया है, जिसमें सीएम ने कहा है कि पिछले दिनों भारत जोड़ो यात्रा में राहुल गांधी द्वारा उठाए गए मुद्दों में कहा गया था। वहीं मुद्दे उन्होंने लंदन में कहे हैं और राहुल का जिस तरह से विदेश में वेलकम हुआ उससे बीजेपी नेता घबरा गए हैं.
उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर राहुल को खूब बदनाम किया गया लेकिन अब उनका राज खुल गया है कि राहुल किस तरह का चरित्र है और कैसे काम करता है। सीएम ने सोमवार को जयपुर में कहा कि राहुल ने दौरे के दौरान देश में महंगाई, बेरोजगारी का मुद्दा उठाया और कहा कि हिंसा और संघर्ष के बजाय प्यार, स्नेह और भाईचारा होना चाहिए.
गहलोत ने आगे कहा कि राहुल गांधी ने 3500 किलोमीटर का सफर तय कर श्रीनगर के लाल चौक पर झंडा फहराया था, उससे घबराकर ये लोग राहुल को, पहले खूब सोशल मीडिया पर बदनाम किया और अब इनकी पोल खुल गई है कि राहुल वास्तव में क्या व्यक्तित्व रखते हैं.
सीएम ने कहा कि अब वह लंदन चले गए हैं और उन्हें डर है कि उन्होंने वहां अपनी बात कैसे रखी, बीजेपी ने एक अभियान चलाया है कि देश के बारे में उनका भाषण देश हित में नहीं है, मैं एक सवाल पूछना चाहता हूं. राहुल देश की भलाई के लिए नहीं है? उन्होंने कहा कि राहुल गांधी सबसे बड़े देशभक्त हैं और हम सभी उनकी जनता और देश के प्रति भावनाओं को जानते हैं।
राहुल के माफी मांगने के अनुरोध पर उन्होंने कहा कि एनडीए सरकार, प्रधानमंत्री मोदी और उनके सहयोगी राजनाथ सिंह राहुल गांधी को संसद में माफी मांगने के लिए कह रहे हैं, लेकिन मैं पूछना चाहूंगा कि क्या माफी मांगनी चाहिए? सीएम ने कहा कि बीजेपी के नेता देश को बर्बाद कर रहे हैं और ईडी, इनकम टैक्स और सीबीआई के छापे से विपक्षी नेता कमजोर हो रहे हैं और जनता अब सारा खेल समझ रही है.