संसद परिसर में डॉ. बी.आर. आंबेडकर के कथित अपमान को लेकर शुरू हुआ विवाद अब गंभीर रूप ले चुका है। इस घटना में विपक्ष और भाजपा सांसदों के बीच धक्का-मुक्की का मामला सामने आया है। भाजपा ने राहुल गांधी पर आरोप लगाया है कि उन्होंने पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री प्रताप चंद्र सारंगी को धक्का दिया। वहीं, कांग्रेस ने इन आरोपों को खारिज करते हुए भाजपा पर अपने नेताओं के साथ बदसलूकी का आरोप लगाया है।
भाजपा का आरोप और सारंगी की चोट
भाजपा ने दावा किया कि धक्का-मुक्की के दौरान राहुल गांधी ने वरिष्ठ भाजपा नेता प्रताप चंद्र सारंगी को चोट पहुंचाई। पार्टी ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए राहुल गांधी की निंदा की। दूसरी ओर, कांग्रेस ने अपने प्रमुख मल्लिकार्जुन खरगे और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के साथ भाजपा सांसदों द्वारा बदसलूकी का आरोप लगाया। कांग्रेस ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिखकर घटना की जांच की मांग की है।
राहुल गांधी और खरगे की प्रेस कॉन्फ्रेंस
इस विवाद के बीच कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। हालांकि, दोनों नेताओं ने अपने बयान में संसद में हुई धक्का-मुक्की का उल्लेख नहीं किया। इसके बजाय, राहुल गांधी ने अडानी मामले को लेकर भाजपा पर निशाना साधा और सरकार को घेरने की कोशिश की।
क्या है विवाद की जड़?
यह विवाद डॉ. भीमराव आंबेडकर के कथित अपमान के मुद्दे से शुरू हुआ, जिस पर भाजपा और विपक्ष के सांसदों के बीच तीखी नोकझोंक हुई। घटना के दौरान धक्का-मुक्की हुई, जिससे माहौल और भी गरमा गया। कांग्रेस सांसदों ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से इस घटना की निष्पक्ष जांच की मांग की है। उन्होंने आरोप लगाया कि संसद की गरिमा को ठेस पहुंचाने वाली इस घटना के लिए भाजपा सांसद जिम्मेदार हैं।
राजनीतिक तकरार जारी
इस घटना के बाद से संसद परिसर के बाहर भी भाजपा और कांग्रेस के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला तेज हो गया है। जहां भाजपा राहुल गांधी पर निशाना साध रही है, वहीं कांग्रेस इसे लोकतांत्रिक मूल्यों पर हमला बता रही है। यह देखना दिलचस्प होगा कि संसद की गरिमा बनाए रखने और इस विवाद को सुलझाने के लिए किस तरह के कदम उठाए जाते हैं।