जयपुर। राजस्थान पुलिस ने साइबर अपराध के एक बड़े मास्टरमाइंड अमन को गिरफ्तार किया है। अमन पर ₹10 हजार का इनाम था और वह होमगार्ड की नौकरी करते हुए साइबर ठगी के धंधे में लिप्त था। पुलिस के अनुसार, अमन ने अब तक करोड़ों रुपये की ठगी की है, जिसमें उसने विशेष रूप से दूसरे राज्यों के लोगों को निशाना बनाया।
शारदे स्कूल के पास से हुई गिरफ्तारी
सीओ सिटी मुनेश कुमार को मुखबिर से सूचना मिली कि अमन शारदे स्कूल के पास मौजूद है और भागने की फिराक में है। पुलिस टीम ने तुरंत कार्रवाई करते हुए उसे घेरकर गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में उसने अपना नाम अमन पुत्र धर्मवीर बताया। वह महाराणा प्रताप नगर का निवासी है।
ठगी का तरीका और मामलों का खुलासा
अमन को एक बुजुर्ग से ₹6.70 लाख ठगने के मामले में गिरफ्तार किया गया। 28 सितंबर 2024 को ओमप्रकाश नाम के एक वृद्ध ने शिकायत दर्ज कराई थी कि उनके दोहिते की आवाज में किसी ने फोन कर उनसे पैसे मांगे। ठग ने वीसा एजेंट की मां की बीमारी और मौत का बहाना बनाकर भावनात्मक तरीके से उन्हें ठगा। अमन के पास से ठगी के अन्य मामलों की जानकारी भी मिल सकती है। पुलिस का मानना है कि अमन ने अब तक करोड़ों रुपये की ठगी की है और अन्य राज्यों के कई पीड़ित सामने आ सकते हैं।
पहले ही हो चुके हैं पांच साथी गिरफ्तार
अमन का गिरोह संगठित रूप से साइबर ठगी करता था। पुलिस पहले ही उसके पांच साथियों को गिरफ्तार कर चुकी है। अमन इस गिरोह का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है।
सीओ सिटी का बयान
“अमन की गिरफ्तारी साइबर अपराध के खिलाफ बड़ी कामयाबी है। वह भावनात्मक और मनोवैज्ञानिक तरीके से लोगों को ठगने में माहिर है। हम उससे पूछताछ कर अन्य मामलों का खुलासा करने का प्रयास कर रहे हैं।”
पुलिस की अपील
पुलिस ने नागरिकों से सतर्क रहने और अनजान कॉल्स पर विश्वास न करने की अपील की है। साथ ही, किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को देने को कहा है।