धौलपुर, राजस्थान: धौलपुर में बजरी माफियाओं के बढ़ते आतंक के बीच सोमवार रात एक ऐसा ऑपरेशन चला जिसने एक्शन फिल्मों की याद दिला दी। घटना तब शुरू हुई जब माफियाओं ने एक कांस्टेबल को गोली मार दी, और SP सुमित मेहरड़ा ने ‘सिंघम’ अवतार में बदमाशों को जंगलों में घुटनों पर ला दिया।
बजरी माफिया की गुंडागर्दी
सोमवार रात राजाखेड़ा इलाके में पुलिस की गश्ती दल एक बजरी से भरे ट्रैक्टर का पीछा कर रही थी। इसी दौरान माफियाओं ने पुलिस की गाड़ी पर गोली चलाई, जिससे कांस्टेबल रामसहाय घायल हो गए। सूचना मिलते ही SP सुमित मेहरड़ा ने खुद कमान संभाली और जंगल में सर्च ऑपरेशन शुरू किया।
पुलिस की ‘ऑपरेशन चंबल’ स्टाइल एंट्री
रात 10 बजे से शुरू हुए ऑपरेशन में 13 पुलिस टीमों ने राजाखेड़ा के जंगली इलाके को घेर लिया। चंबल के किनारे अलाव तापते माफियाओं पर पुलिस ने धावा बोला। इस दौरान पुलिस ने बदमाशों को ‘पैर की गोली’ का स्वाद चखाया।
गिरफ्तारी और इलाज
मुठभेड़ के बाद तीन बदमाश विशाल (20), सचिन (20), और अजय (22) को गिरफ्तार किया गया। सभी बदमाशों को पैर में गोली लगी और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों के मुताबिक, उनकी हालत स्थिर है। वहीं, घायल कांस्टेबल रामसहाय का इलाज आगरा में जारी है।
बजरी माफिया पर पुलिस का वार
SP सुमित मेहरड़ा ने बताया कि यह ऑपरेशन पूरी रात चला। फरार माफियाओं की तलाश जारी है। घटना ने यह साफ कर दिया कि सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के बावजूद अवैध बजरी खनन धड़ल्ले से चल रहा है।
सोशल मीडिया पर SP मेहरड़ा की तारीफ
इस घटना के बाद SP सुमित मेहरड़ा को ‘धौलपुर के सिंघम’ कहा जा रहा है। लोग सोशल मीडिया पर उनकी बहादुरी की तारीफ करते हुए बोले, “इस बार माफियाओं की बजरी के साथ अकड़ भी खनन हो गई।”
निष्कर्ष
यह घटना एक तरफ राजस्थान में बढ़ते बजरी माफिया के आतंक को उजागर करती है, तो दूसरी तरफ दिखाती है कि कानून व्यवस्था को चुनौती देने वालों को अब पुलिस ‘पैर की गोली’ से जवाब दे रही