राजस्थान पुलिस ने एसआई भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में बड़ा एक्शन लेते हुए अब तक 45 थानेदारों को बर्खास्त कर दिया है। जोधपुर रेंज आईजी विकास कुमार ने पेपर लीक मामले में गिरफ्तार 9 थानेदारों को सेवा से निष्कासित कर दिया है। इनमें हिस्ट्रीशीटर श्रवणराम बिश्नोई की बेटी चंचल सहित तीन महिला थानेदार भी शामिल हैं।
पेपर लीक मामला: एक नजर
एसआई भर्ती परीक्षा-2021 में हुए पेपर लीक की जांच में एसओजी ने 3 मार्च 2024 को एफआईआर दर्ज की थी। इसके बाद से ही लगातार गिरफ्तारियां हो रही हैं। पुलिस जांच में यह सामने आया कि कई उम्मीदवारों ने पेपर लीक कर परीक्षा पास की थी। पहले इन्हें निलंबित किया गया और अब सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है।
हाल में बर्खास्त किए गए थानेदारों की सूची
- गोपीराम पुत्र किशनाराम जांगू (बाड़मेर)
- चंचल पुत्री श्रवणराम बिश्नोई (जोधपुर)
- अजय पुत्र बाबूलाल बिश्नोई (जोधपुर)
- दिनेश कुमार पुत्र गंगाराम बिश्नोई (बाड़मेर)
- नरेश पुत्र भैराराम बिश्नोई (जालोर)
- प्रियंका बिश्नोई (जालोर)
- दिनेश कुमार पुत्र भागीरथराम बिश्नोई (जालोर)
- हरखू जाट (बाड़मेर)
- सुरेन्द्र कुमार पुत्र मोहनलाल बिश्नोई (जालोर)
पहले ही बर्खास्त किए जा चुके थानेदार
जयपुर, जोधपुर, अजमेर, उदयपुर, बीकानेर और कोटा रेंज में अब तक 36 अन्य पुलिस अधिकारियों को बर्खास्त किया जा चुका है। इनमें आरपीएससी के पूर्व सदस्य रामूराम राइका के बेटे देवेश राइका और बेटी शोभा राइका के नाम भी शामिल हैं।
जांच में तेजी, और गिरफ्तारियां संभव
आईजी विकास कुमार ने कहा कि मामले की जांच अभी भी जारी है और आने वाले दिनों में और भी पुलिस अधिकारियों पर गाज गिर सकती है। सरकार और पुलिस प्रशासन परीक्षा में पारदर्शिता बनाए रखने के लिए सख्त कदम उठा रहे हैं।
निष्कर्ष
राजस्थान में पिछले कुछ वर्षों में कई परीक्षाओं के पेपर लीक होने के मामले सामने आए हैं। सरकार और पुलिस प्रशासन इस तरह के मामलों को रोकने के लिए कठोर कार्रवाई कर रहे हैं। एसआई भर्ती घोटाले में हुई बर्खास्तगी पुलिस महकमे के लिए एक बड़ा झटका है और इससे भविष्य में परीक्षाओं की शुचिता बनाए रखने का प्रयास किया जा रहा है।
