राजस्थान के दौसा जिले में कांग्रेस विधायक डी.सी. बैरवा खुद तीन अलग-अलग चोरी की घटनाओं का शिकार हो चुके हैं, जिसके बाद उन्होंने जिले की कानून-व्यवस्था और पुलिस प्रशासन की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। विधायक ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर अपने साथ घटित घटनाओं की जानकारी देते हुए पुलिस से तत्काल कार्रवाई की मांग की है। विधायक बैरवा ने बताया कि 11 जून 2025 को राजेश पायलट स्मारक कार्यक्रम के दौरान उनका मोबाइल चोरी हो गया था। इसके बाद 14 जून को उनके निजी निवास से मोटरसाइकिल चोरी हो गई और अब ताजा घटना में बीती रात उनके घर से ट्रैक्टर-ट्रॉली भी चोरी हो गई। उन्होंने कहा कि यह सब जिले में गिरती कानून व्यवस्था की गंभीर तस्वीर है।
“पुलिस सिर्फ नाम की रह गई है” – डी.सी. बैरवा
अपने ट्वीट में विधायक ने लिखा: “दौसा में चोरों के हौसले बुलंद हैं, पुलिस सिर्फ नाम की रह गई है। 11 जून को मेरा मोबाइल चोरी होना, 14 जून को मोटरसाइकिल और बीती रात ट्रैक्टर-ट्रॉली चोरी होना क्या कानून व्यवस्था पर प्रश्नचिह्न नहीं है? मेरा निवेदन है कि पुलिस जल्द से जल्द कार्रवाई करे।”
“विधायक बना तो शुरू हुईं चोरियां”
राजस्थान पत्रिका से बातचीत में विधायक डी.सी. बैरवा ने कहा कि, “मैं पिछले 15 वर्षों से दौसा में रह रहा हूं। पहले एक कील तक नहीं चोरी हुई। लेकिन विधायक बनने के बाद से चोरी की घटनाएं शुरू हो गई हैं। मुझे संदेह है कि यह सब जानबूझकर किया जा रहा है।” उन्होंने बताया कि सदर थाने में तीनों मामलों की शिकायत की गई है, लेकिन पुलिस की ओर से अब तक कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं की गई।
टीकाराम जूली ने सरकार पर साधा निशाना
राजस्थान में नेता विपक्ष टीकाराम जूली ने इस मामले को लेकर सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा, “यह हाल है राजस्थान का! जब एक निर्वाचित जनप्रतिनिधि ही सुरक्षित नहीं है, तो आम जनता का क्या होगा? चोर, डकैत और माफिया बेखौफ हो चुके हैं और पुलिस प्रशासन मौन है।” जूली ने मुख्यमंत्री और गृह विभाग को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा चुकी है। उन्होंने मामले में त्वरित संज्ञान लेकर कड़ी कार्रवाई की मांग की।
प्रशासन की चुप्पी पर उठे सवाल
विधायक के साथ बार-बार हो रही चोरी की घटनाओं और पुलिस की निष्क्रियता ने स्थानीय प्रशासन की भूमिका पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय नागरिकों में भी रोष है और वे पूछ रहे हैं कि जब एक विधायक का घर सुरक्षित नहीं है, तो आम जनता किस पर भरोसा करे?

Author: manoj Gurjar
मनोज गुर्जर पिछले 5 वर्षों से डिजिटल मीडिया के क्षेत्र में सक्रिय हैं और खेल, राजनीति और तकनीक जैसे विषयों पर विशेष रूप से लेखन करते आ रहे हैं। इन्होंने देश-दुनिया की बड़ी घटनाओं को गहराई से कवर किया है और पाठकों तक तथ्यात्मक, त्वरित और विश्वसनीय जानकारी पहुँचाने का काम किया है। मनोज का उद्देश्य है कि हर पाठक को सरल भाषा में सटीक और विश्लेषणात्मक खबरें मिलें, जिससे वह अपनी राय बना सके। वे डिजिटल न्यूज़ की दुनिया में लगातार नई तकनीकों और ट्रेंड्स को अपनाकर अपने लेखन को और प्रभावशाली बना रहे हैं।