एजबेस्टन टेस्ट मैच में टीम इंडिया के युवा तेज़ गेंदबाज़ आकाश दीप ने अपनी शानदार स्विंग गेंदबाज़ी से इंग्लैंड के बल्लेबाजों की कमर तोड़ दी। पहली पारी में उन्होंने 4 अहम विकेट झटकते हुए न केवल भारत को मज़बूत स्थिति में पहुंचाया, बल्कि अपनी गेंदबाज़ी से हर किसी का ध्यान भी खींचा। लेकिन इस उपलब्धि के पीछे एक बेहद भावुक और संघर्षपूर्ण कहानी भी छुपी हुई है — उनकी बहन अखंड ज्योति सिंह कैंसर की तीसरी स्टेज से जूझ रही हैं।
मैदान पर आग, घर में चिंता
जब आकाश दीप एजबेस्टन के मैदान पर इंग्लिश बल्लेबाजों को छकाते रहे, ठीक उसी वक्त उनके दिल और दिमाग में बहन की बिगड़ती तबीयत की चिंता भी थी। आकाश की बहन अखंड ज्योति को तीसरी स्टेज का कैंसर है और वो इस समय गंभीर इलाज से गुजर रही हैं।
“उसकी हिम्मत ने मुझे ताकत दी”
मैच के बाद मीडिया से बातचीत में आकाश ने कहा, “बहन की हालत जानने के बाद मैं बुरी तरह टूट गया था। लेकिन उसी ने मुझे मैदान पर डटकर खेलने की प्रेरणा दी। उसने कहा कि ‘मेरा इलाज तो डॉक्टर करेंगे, लेकिन तुम देश के लिए खेलकर मेरा हौसला बढ़ाओ।’”
गांव से टीम इंडिया तक का सफर
झारखंड के छोटे से गांव से निकलकर टीम इंडिया तक का सफर तय करने वाले आकाश दीप के लिए यह कोई पहली चुनौती नहीं थी। उन्होंने पहले भी पारिवारिक संघर्षों के बीच खुद को साबित किया है, लेकिन इस बार परिस्थितियां और ज्यादा निजी थीं। उनकी बहन अखंड ज्योति, जो खुद एक शिक्षिका हैं, हमेशा उनके सफर में सबसे बड़ा सहारा रही हैं। आकाश कहते हैं, “वो मेरी सबसे बड़ी आलोचक और सबसे बड़ी प्रशंसक भी है। जब मैं रन लुटाता था, सबसे पहले फोन उसी का आता था।” मैच में शानदार प्रदर्शन के बाद सोशल मीडिया पर भी आकाश दीप की जमकर सराहना हो रही है। कई फैंस ने लिखा कि “आकाश ने सिर्फ विकेट नहीं झटके, अपनी बहन के लिए जज्बे की मिसाल पेश की है।”
बीसीसीआई और टीम का सपोर्ट
बीसीसीआई और टीम इंडिया मैनेजमेंट की ओर से भी आकाश दीप को पूरा सहयोग मिल रहा है। टीम के सूत्रों के मुताबिक कप्तान रोहित शर्मा और कोच राहुल द्रविड़ ने उन्हें हर संभव मानसिक समर्थन दिया है।
इमोशनल पल के साथ ऐतिहासिक प्रदर्शन
एजबेस्टन टेस्ट में आकाश दीप का प्रदर्शन सिर्फ क्रिकेट के लिहाज से नहीं, बल्कि जज़्बे, हौसले और परिवार के प्रति समर्पण की कहानी बन गया है। उन्होंने यह साबित किया कि जब इंसान के पास मजबूत इरादा और दिल में अपनों के लिए प्यार हो, तो वो किसी भी चुनौती को पार कर सकता है।

Author: manoj Gurjar
मनोज गुर्जर पिछले 5 वर्षों से डिजिटल मीडिया के क्षेत्र में सक्रिय हैं और खेल, राजनीति और तकनीक जैसे विषयों पर विशेष रूप से लेखन करते आ रहे हैं। इन्होंने देश-दुनिया की बड़ी घटनाओं को गहराई से कवर किया है और पाठकों तक तथ्यात्मक, त्वरित और विश्वसनीय जानकारी पहुँचाने का काम किया है। मनोज का उद्देश्य है कि हर पाठक को सरल भाषा में सटीक और विश्लेषणात्मक खबरें मिलें, जिससे वह अपनी राय बना सके। वे डिजिटल न्यूज़ की दुनिया में लगातार नई तकनीकों और ट्रेंड्स को अपनाकर अपने लेखन को और प्रभावशाली बना रहे हैं।