चौहटन कस्बे में उस वक्त हड़कंप मच गया जब कस्तूरबा गांधी बालिका छात्रावास में रह रही एक नाबालिग छात्रा ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। यह दर्दनाक घटना मंगलवार को दिन के भोजन अवकाश के समय की है। मामले की जानकारी मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और छात्रा के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। अब तक आत्महत्या के कारण का कोई स्पष्ट संकेत नहीं मिल पाया है।
अकेलेपन के बीच दर्दनाक फैसला
प्राप्त जानकारी के अनुसार, पीड़िता स्कूल से भोजन अवकाश के दौरान हॉस्टल लौटी थी। जब अन्य छात्राएं लंच के लिए बाहर थीं, उस दौरान छात्रा ने अपने कमरे में चुन्नी से फंदा बनाकर आत्महत्या कर ली। लंच के बाद जब सहेलियां वापस लौटीं, तो उन्होंने छात्रा को फंदे से लटका पाया। यह दृश्य देखकर उन्होंने तुरंत हॉस्टल वार्डन को सूचित किया। वार्डन और छात्रावास स्टाफ ने छात्रा को तुरंत फंदे से उतारा और नजदीकी अस्पताल पहुंचाया। लेकिन डॉक्टरों ने छात्रा को मृत घोषित कर दिया। सूचना मिलते ही चौहटन पुलिस भी अस्पताल पहुंची और घटना की विस्तृत जानकारी जुटाई।
जांच में जुटी पुलिस, वजह बनी पहेली
फिलहाल छात्रा द्वारा आत्महत्या किए जाने का कोई स्पष्ट कारण सामने नहीं आया है। पुलिस ने शव को मोर्चरी में रखवाकर परिजनों को सूचित कर दिया है। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंपा जाएगा। मामले में परिजनों की रिपोर्ट के आधार पर जांच को आगे बढ़ाया जाएगा।
हॉस्टल में पसरा सन्नाटा
घटना के बाद छात्रावास परिसर में गमगीन माहौल है। सहेलियों और स्टाफ के चेहरों पर शोक और असमंजस दोनों साफ झलक रहे हैं। सभी यही सवाल कर रहे हैं कि आखिर एक होनहार छात्रा ने ऐसा कदम क्यों उठाया?
इस घटना को लेकर हम आपको सलाह देना चाहेंगे कि अगर आप या आपके जानने वाले किसी तरह के मानसिक तनाव, अवसाद या आत्मघाती विचारों से जूझ रहे हैं, तो तुरंत अपने परिवार, दोस्तों या नजदीकी विशेषज्ञ से बात करें। आपकी एक बात किसी की ज़िंदगी बचा सकती है।

Author: manoj Gurjar
मनोज गुर्जर पिछले 5 वर्षों से डिजिटल मीडिया के क्षेत्र में सक्रिय हैं और खेल, राजनीति और तकनीक जैसे विषयों पर विशेष रूप से लेखन करते आ रहे हैं। इन्होंने देश-दुनिया की बड़ी घटनाओं को गहराई से कवर किया है और पाठकों तक तथ्यात्मक, त्वरित और विश्वसनीय जानकारी पहुँचाने का काम किया है।