बूंदी
भारत सरकार आयुष मंत्रालय के राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान जयपुर के द्वारा बूंदी जिले के अनुसूचित जाति बाहुल्य क्षेत्र में दिनांक 22जुलाई से 26 जुलाई तक निशुल्क आयुर्वेद चिकित्सा & परामर्श शिविरों का आयोजन ग्राम बिछड़ी,ग्राम ढाबिलपुरा, ग्राम पिपलावास & शंकरपुरा में किया गया। जिला आयुर्वेद चिकित्सालय बूंदी के पीएमओ डॉ. सुनील कुशवाह ने बताया कि इन शिविरों में
शिविर प्रभारी डॉ. घनश्याम, डॉ.जयप्रकाश पालीवाल ,डॉ. सुनील कुमार यादव ,डॉ.ओ पी जाखड़,फार्मासिस्ट मुकेश कुमार,फौजी केशव सिंह एवं योगेश ने सेवाएं दी ।
शिविर के दौरान शिविर प्रभारी डॉक्टर घनश्याम ने ग्रामीणों को आयुर्वेदिक दिनचर्या एवं वर्तमान में चल रही मौसमी बीमारियों से बचाव के रूप में जानकारी दी।इस पांच दिवसीय शिविर के दौरान विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा मुख्य रूप से ओस्टियोआर्थराइटिस, सिएटिका, न्यूरेल्जिया, न्यूरोमस्कुलर डिजिज,वेरिकोज वैन,जोड़ों के दर्द,पेट & त्वचा की बिमारियों,वायरल खांसी जुकाम, बुखार, अस्थमा, उच्चरक्तचाप, मौसमी बिमारियों,माइग्रेन, मासिकधर्म संबंधित रोग & कुपोषण जन्य रोगों से पीड़ित कुल 521 रोगियों का निःशुल्क उपचार कर औषध वितरण किया गया।
इसी के साथ टीम ने बूंदी जिले के बालचंदपाडा स्थित राजकीय जिला के पंचकर्म विशिष्टता केंद्र की विजिट कर पंचकर्म विशेषज्ञ डॉ सुनील कुशवाह से चिकित्सा प्रबंधन,नवाचार, विशिष्ट चिकित्सा उपकरणों तथा देश विदेश से आकर उपचार करवाने पहुंच रहे रोगियों, फीडबैक रजिस्टर & मेडिकोट्यूरिज्म/हील इन इंडिया तथा चिकित्सालय विस्तार की आगामी योजनाओं बारे में विस्तृत जानकारी ली ।इस दौरान टीम ने अपने अनुभव साझा करते हुए इस बताया कि बूंदी का पंचकर्म विशिष्टता कैंद्र सिर्फ भारत के विभिन्न हिस्सों से आए रोगियों के साथ साथ विदेशों से भी आये कई रोगियों का विधिवत रूप से सफल पंचकर्म चिकित्सा एवं उपचार कर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के हील इन इंडिया/आयुष मेडिकोट्यूरिज्म के विजन को धरातल पर साकार कर रहा है, इसी कारण पूरे राजस्थान में बूंदी के पंचकर्म विशिष्टता कैंद्र को अग्रणी & मोडल के रूप में जाना जाता है।
– शिव कुमार शर्मा
