जयपुर। बहुचर्चित रिश्वतखोरी मामले में भारत आदिवासी पार्टी (BAP) के बागीदौरा विधायक जयकृष्ण पटेल और तीन अन्य को बड़ी राहत मिली है। जयपुर की विशेष भ्रष्टाचार निवारण न्यायालय ने गुरुवार को सभी आरोपियों को जमानत दे दी। पटेल इसी साल मई में एसीबी (भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो) द्वारा गिरफ्तार किए गए थे और तब से जेल में बंद थे।
क्या है मामला
एसीबी के अनुसार, जयकृष्ण पटेल पर आरोप है कि उन्होंने विधानसभा में खदान से जुड़े सवाल छोड़ने के बदले एक खदान मालिक से 2.5 करोड़ रुपये की रिश्वत मांगी थी। शिकायत की पुष्टि के बाद एसीबी की टीम ने जयपुर स्थित विधायक आवास पर छापा मारा था। कार्रवाई के दौरान उन्हें 20 लाख रुपये की पहली किश्त लेते हुए पकड़ा गया। बताया गया कि नकदी से भरा बैग उन्होंने अपने साथ मौजूद एक व्यक्ति को सौंपा, जो मौके से भागने में सफल रहा। इस मामले में विधायक के सहयोगी विजय कुमार को भी गिरफ्तार किया गया था।
विधायक का पक्ष
गिरफ्तारी के समय जयकृष्ण पटेल ने सभी आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा था कि उन्हें राजनीतिक साजिश के तहत फंसाया जा रहा है। उनका दावा था कि वह किसी भी तरह की रिश्वतखोरी में शामिल नहीं थे और पूरे मामले की जांच निष्पक्ष तरीके से होनी चाहिए।
अब आगे क्या
जमानत मिलने के बाद पटेल की रिहाई की प्रक्रिया शुरू हो गई है, लेकिन मामला अब भी अदालत में लंबित है। आने वाले दिनों में यह देखना होगा कि न्यायालय में पेश किए जाने वाले सबूतों और गवाहों के आधार पर पटेल और अन्य आरोपियों का भविष्य क्या तय होता है। यह मामला राजस्थान की राजनीति में एक बार फिर गर्माहट ला सकता है, खासकर विधानसभा सत्र के दौरान।

Author: manoj Gurjar
मनोज गुर्जर पिछले 5 वर्षों से डिजिटल मीडिया के क्षेत्र में सक्रिय हैं और खेल, राजनीति और तकनीक जैसे विषयों पर विशेष रूप से लेखन करते आ रहे हैं। इन्होंने देश-दुनिया की बड़ी घटनाओं को गहराई से कवर किया है और पाठकों तक तथ्यात्मक, त्वरित और विश्वसनीय जानकारी पहुँचाने का काम किया है।