जयपुर। राजस्थान में एसआई भर्ती रद्द होने के बाद मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। रविवार को चयनित अभ्यर्थियों के परिजनों ने प्रेस वार्ता कर सरकार पर अन्याय करने का आरोप लगाया। परिजनों ने कहा कि निर्दोष अभ्यर्थियों को सजा दी जा रही है जबकि असली दोषियों पर कार्रवाई नहीं हो रही। भर्ती रद्द होने से 800 से ज्यादा युवाओं का भविष्य अधर में लटक गया है।
चयनित अभ्यर्थियों ने कहा कि जिन उम्मीदवारों ने दिन-रात मेहनत कर सफलता हासिल की, आज उन्हें फर्जी टैग लगाकर बदनाम किया जा रहा है। एक महिला अभ्यर्थी ने कहा कि उन्होंने एनएसजी में देश की सेवा की है, अब समाज में उन्हें झूठे आरोप झेलने पड़ रहे हैं।
परिजनों का सरकार पर निशाना
प्रेस वार्ता में अभ्यर्थियों के परिजनों ने डॉ. किरोड़ीलाल मीणा और हनुमान बेनीवाल पर भी निशाना साधा। उनका कहना था कि इन नेताओं की वजह से सफल अभ्यर्थियों के साथ अन्याय हुआ है। परिजनों ने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने निर्दोष अभ्यर्थियों के पक्ष में कदम नहीं उठाया तो प्रदेशभर में व्यापक विरोध किया जाएगा।
सीएम से हस्तक्षेप की मांग
परिजनों ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से मांग की कि वे अदालत में रखे निर्दोष अभ्यर्थियों के पक्ष में खड़े हों और सरकार को उनका समर्थन देना चाहिए। उनका कहना था कि सरकार यदि पीड़ित अभ्यर्थियों की मदद नहीं करती तो युवाओं में आक्रोश और बढ़ेगा।

Author: manoj Gurjar
मनोज गुर्जर पिछले 5 वर्षों से डिजिटल मीडिया के क्षेत्र में सक्रिय हैं और खेल, राजनीति और तकनीक जैसे विषयों पर विशेष रूप से लेखन करते आ रहे हैं। इन्होंने देश-दुनिया की बड़ी घटनाओं को गहराई से कवर किया है और पाठकों तक तथ्यात्मक, त्वरित और विश्वसनीय जानकारी पहुँचाने का काम किया है।