अजमेर। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत रविवार को अजमेर दौरे पर रहे। इस दौरान उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधा। गहलोत ने कहा कि प्रदेश में जनता परेशान और दुखी है। सरकार ने कल्याणकारी योजनाओं को बंद करने के अलावा कुछ भी नहीं किया। यहां तक कि भाजपा के अंदरखाने तक सरकार के खिलाफ आवाज उठ रही है।
उन्होंने कहा कि सरकार नाम की चीज राज्य में बची ही नहीं है। भरतपुर, जोधपुर और बीकानेर के दौरों में हर जगह लोगों का गुस्सा सामने आया है। अजमेर के स्वास्तिक नगर में बाढ़ जैसे हालात हैं, लेकिन भाजपा के बड़े नेता यहां तक नहीं पहुंचे। गहलोत ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और विधानसभा अध्यक्ष से बातचीत का जिक्र करते हुए कहा कि नुकसान का सर्वे जल्दबाजी में किया गया, इसकी गंभीर मॉनिटरिंग जरूरी है। उन्होंने मांग की कि अतिवृष्टि से प्रभावित क्षेत्रों को विशेष पैकेज दिया जाए।
संघ प्रमुख और भाजपा पर तंज
गहलोत ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के बयानों पर तंज कसते हुए कहा कि वे कभी 75 साल में रिटायरमेंट की बात करते हैं, कभी पलट जाते हैं। “पता नहीं अच्छा खेलते-खेलते क्यों फाउल कर बैठते हैं,” उन्होंने कहा।
“वसुंधरा होती तो होता संघर्ष”
भाजपा नेतृत्व पर टिप्पणी करते हुए गहलोत ने कहा कि भाजपा-आरएसएस किसे मुख्यमंत्री बनाती है, यह उनका फैसला है। लेकिन अगर वसुंधरा राजे मुख्यमंत्री होतीं तो संघर्ष का मजा आता।
चुनाव और संविधान पर सवाल
गहलोत ने कहा कि पंचायत, निकाय और छात्रसंघ चुनाव समय पर न कराना संविधान के खिलाफ है। सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट भी इस पर टिप्पणी कर चुके हैं, लेकिन सरकार मानने को तैयार नहीं। “भाजपा का चाल, चरित्र और चेहरा सब बिगड़ गए हैं,” उन्होंने कहा। ईवीएम को लेकर गहलोत ने कहा कि इसमें टेंपरिंग के सवाल उठ रहे हैं। “विकसित राष्ट्रों में बैलेट से चुनाव होते हैं, तो हमारे यहां क्या दिक्कत है? हमें सोचना होगा कि हम लोकतंत्र चाहते हैं या चीन-रूस जैसी व्यवस्था,” उन्होंने कहा।
विपक्ष की अहमियत
गहलोत ने कहा कि विपक्ष के बिना पक्ष की कोई अहमियत नहीं होती। “विपक्ष जनता की आवाज है। हमारी आलोचना को पॉजिटिव लिया जाना चाहिए। हमारी योजनाओं से मेरी फोटो हटा दो, लेकिन उन्हें बंद मत करो,” उन्होंने जोड़ा।

Author: manoj Gurjar
मनोज गुर्जर पिछले 5 वर्षों से डिजिटल मीडिया के क्षेत्र में सक्रिय हैं और खेल, राजनीति और तकनीक जैसे विषयों पर विशेष रूप से लेखन करते आ रहे हैं। इन्होंने देश-दुनिया की बड़ी घटनाओं को गहराई से कवर किया है और पाठकों तक तथ्यात्मक, त्वरित और विश्वसनीय जानकारी पहुँचाने का काम किया है।