भरतपुर। देश में डिजिटल इंडिया और विकास की बातें चाहे जितनी हों, लेकिन जमीनी हकीकत कई बार इन दावों को आईना दिखा देती है। राजस्थान के भरतपुर जिले के कल्याणपुर पंचायत के अंतर्गत आने वाले अजान बांध गांव के लोगों ने बुनियादी सुविधा न मिलने पर बड़ा कदम उठाने का फैसला किया है। ग्रामीणों ने साफ चेतावनी दी है कि अगर पंचायत चुनाव से पहले उनके गांव में पक्की सड़क नहीं बनी, तो वे मतदान का बहिष्कार करेंगे।
2 किलोमीटर सड़क बनी मुसीबत
करीब 500 की आबादी वाले इस गांव को आजादी के 79 साल बाद भी पक्की सड़क नसीब नहीं हुई। कल्याणपुर गांव से अजान बांध तक की दूरी मात्र दो किलोमीटर है, लेकिन यह कच्चा रास्ता बरसात में दलदल और कीचड़ में बदल जाता है। हल्की बारिश होते ही पैदल चलना मुश्किल हो जाता है, गाड़ियों का तो सवाल ही नहीं उठता।
बच्चों और मरीजों को सबसे ज्यादा दिक्कत
गांव के बच्चे रोज इसी रास्ते से स्कूल जाते हैं। बारिश में फिसलने और चोट लगने का डर हमेशा बना रहता है। ग्रामीणों का कहना है कि बीमार मरीजों या गर्भवती महिलाओं को अस्पताल ले जाना किसी जोखिम भरे मिशन से कम नहीं है। कई बार तो समय पर अस्पताल न पहुंच पाने से गंभीर हालात तक पैदा हो जाते हैं।
“रिश्तेदार भी आने से कतराते हैं”
गांव के निवासियों ने बताया कि खराब सड़क की वजह से रिश्तेदार भी यहां आने से कतराते हैं। गांव के रतन सिंह कहते हैं, “हर चुनाव में नेता हाथ जोड़कर सड़क का वादा करते हैं, लेकिन चुनाव खत्म होते ही सब भूल जाते हैं। इस बार हम खाली वादों में नहीं फंसेंगे।”
“सड़क नहीं तो वोट नहीं”
गांव के लोगों का गुस्सा अब चरम पर है। उन्होंने नारा दिया है – “सड़क नहीं तो वोट नहीं।” ग्रामीणों ने यह अल्टीमेटम विधायक, जिला प्रशासन और स्थानीय सरपंच तक पहुंचा दिया है। अब देखना होगा कि चुनाव से पहले प्रशासन उनकी मांग पूरी करता है या फिर गांव के लोग मतदान से दूरी बनाकर अपनी नाराजगी जताते हैं।

Author: manoj Gurjar
मनोज गुर्जर पिछले 5 वर्षों से डिजिटल मीडिया के क्षेत्र में सक्रिय हैं और खेल, राजनीति और तकनीक जैसे विषयों पर विशेष रूप से लेखन करते आ रहे हैं। इन्होंने देश-दुनिया की बड़ी घटनाओं को गहराई से कवर किया है और पाठकों तक तथ्यात्मक, त्वरित और विश्वसनीय जानकारी पहुँचाने का काम किया है।