प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 27 जुलाई को राजस्थान के सीकर स्पोर्ट्स स्टेडियम में एक सार्वजनिक बैठक को संबोधित करेंगे। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि किसानों के खाते में ट्रांसफर करने के अलावा पीएम प्रणाम कार्यक्रम का शुभारंभ करेंगे. राजनीतिक विशेषज्ञों का कहना है कि बीजेपी को डर है कि जाट कांग्रेस का समर्थन करेंगे. इसका मुकाबला करने के लिए मोदी की कृषि से जुड़ी बैठकों और कार्यक्रमों के लिए सीकर को चुना गया.
सीकर की जनसभा का असर तीन जिलों की 21 विधानसभा और तीन लोकसभा सीटों पर पड़ेगा. गौरतलब है कि चुनाव 2018 में बीजेपी 21 में से तीन सीटें हार गई थी. मोदी का सीकर दौरा अब जाट समुदाय को साधने के लिए किया गया था. 8 जुलाई को साउथ कैरोलिना की बीकानेर लोकसभा सीट से मुलाकात के बाद इस महीने मोदी की यह दूसरी राजस्थान यात्रा होगी।
कृषि मंत्री कैलाश चौधरी और प्रदेश सचिव भजनलाल शर्मा ने मंगलवार को स्टेडियम का निरीक्षण किया. केंद्रीय मंत्री चौधरी ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी की सभा सुबह 11 बजे होगी. उन्हें गहलोत के एजेंडे के विरोधी के तौर पर देखा जाता है. कैलाश चौधरी ने कहा कि जनसभा में करीब 3 लाख लोगों तक पहुंचने का लक्ष्य है. नागौर की सभा को स्थानातंरित करने के सवाल पर चौधरी ने कहा कि नागौर में सभा स्थगित हुई है. जल्द ही तारीख की घोषणा की जाएगी. ध्यान दें कि शेखावाटी के तीन जिले चूरू, झुंझुनू और सीकर हैं। 2018 के आम चुनाव में बीजेपी ने प्रचंड जीत हासिल की. बीजेपी ने 21 में से सिर्फ तीन सीटें जीतीं, जबकि कांग्रेस ने 17 सीटें जीतीं. जबकि एक सीट पर निर्दलीय ने जीत हासिल की.
चुनाव प्रचार जीतने के लिए आदिवासियों को साधने में सक्रिय मोदी अब किसानों खासकर जाट समुदाय को साधने के लिए राजस्थान आ रहे हैं. राजस्थान में अब तक की सभा स्थल पर नजर डालें तो मोदी ने गुर्जर मीना जनजाति और एससी सदस्यों पर फोकस किया. मोदी ने गुर्जरों को साधने के लिए भीलवाड़ा के आसींद में सभा की. इसके बाद उन्होंने गुर्जर-मीणा शासित दौसा के साथ बैठक की, जिस पर बांसवाड़ा, अजमेर और सिरोही का शासन था। जाट समुदाय को साधने के लिए मोदी के सीकर दौरे की योजना पहले ही बन चुकी है. 8 जुलाई को साउथ कैरोलिना की बीकानेर लोकसभा सीट से मुलाकात के बाद इस महीने मोदी की यह दूसरी राजस्थान यात्रा होगी।