राजस्थान में अजमेर की ऐतिहासिक आनासागर झील से लगातार आ रहे पानी के कारण आज सुंदरविलास क्षेत्र में तीन मकान क्षतिग्रस्त हो गये। सौभाग्य से, कोई भी घायल नहीं हुआ। कर संग्रहकर्ता और नगर आयुक्त की लापरवाही के बारे में बात करते हुए अजमेर शहर की जिला विधायक अनिता चौरसिया ने कहा कि क्षतिग्रस्त इमारतों की रिपोर्ट छह महीने से की जा रही है लेकिन कोई मामला नहीं बनाया गया है.
बिल्डिंग गिरने की सूचना के बाद अपनी टीम के साथ पहुंचे औद्योगिक आयुक्त दविया चौधरी ने पोकलेन मशीन और जेसीबी बुलाकर कूड़ा साफ कराना शुरू कर दिया. उन्होंने कहा कि शहर में भारी बारिश के बाद निगम न केवल शहर में गिरी इमारतों का निरीक्षण कर रही है, बल्कि मकान मालिकों को चेतावनी भी दी है.
आज की घटना के बाद निगम की टीम मौके पर रहेगी और इलाके की अन्य खाली इमारतों को खाली कराने का काम करेगी. उन्होंने बताया कि आनासागर नहर में सिंचाई कार्य भी बंद कर दिया गया है। अजमेर के कायस्ता गांव में एक और मकान ढह गया. यहां कोई मृत्यु नहीं हुई. गौरतलब है कि लाखनकोटरी और अजमेर के सरावगी मोहल्ले, कायस्ता मोहल्ले, पुरानी मंडी और दरगाह में कई जर्जर इमारतें हैं जो कभी भी गिर सकती हैं. निगम प्रबंधन चुप है और हर साल सार्वजनिक सूचना के माध्यम से चेतावनी देता है.