टेक न्यूज़ डेस्क – साइबर अपराधी अब QR कोड के जरिए लोगों को ठगने का नया तरीका अपना रहे हैं। बेंगलुरु में हाल ही में एक प्रोफेसर से 63,000 रुपये की ठगी का मामला सामने आया। यह घटना QR कोड स्कैम की एक डरावनी झलक पेश करती है। ठग फर्जी QR कोड का इस्तेमाल करके लोगों के अकाउंट खाली कर रहे हैं। आइए जानते हैं यह स्कैम कैसे होता है और इससे बचने के लिए किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
QR कोड स्कैम कैसे होता है?
1. फर्जी QR कोड का इस्तेमाल:
स्कैमर्स लोगों को नकली QR कोड भेजते हैं या सार्वजनिक स्थानों पर इसे चिपका देते हैं। ये कोड असली जैसे दिखते हैं, जिससे लोग धोखा खा जाते हैं।
2. फिशिंग वेबसाइट पर रीडायरेक्ट:
QR कोड स्कैन करने पर यूजर को किसी फिशिंग वेबसाइट पर भेजा जाता है। यह वेबसाइट आपकी निजी जानकारी चुराने के लिए डिज़ाइन की गई होती है।
3. मैलवेयर इंस्टॉल:
कई बार QR कोड स्कैन करने से आपके फोन में मैलवेयर इंस्टॉल हो सकता है, जो आपके डिवाइस का डेटा चुरा सकता है या उसे पूरी तरह से कंट्रोल कर सकता है।
QR कोड स्कैम से कैसे बचें?
साइबर ठगी से बचने के लिए सतर्कता बेहद जरूरी है। यहां कुछ उपाय दिए गए हैं:
1. कोड स्कैन करने से पहले वेरिफाई करें:
QR कोड स्कैन करने से पहले सुनिश्चित करें कि यह भरोसेमंद स्रोत से आया है।
रिसीवर का नाम और डिटेल्स जांचें।
2. अंजान QR कोड से बचें:
किसी अनजान व्यक्ति द्वारा भेजे गए QR कोड को स्कैन न करें।
सार्वजनिक स्थानों पर लगे QR कोड से सावधान रहें।
3. सुरक्षा ऐप्स का इस्तेमाल करें:
अपने स्मार्टफोन में एक एंटीवायरस या मैलवेयर सुरक्षा ऐप इंस्टॉल करें। पेमेंट ऐप्स को हमेशा अपडेट रखें।
4. पैसे भेजने से पहले जांचें:
QR कोड स्कैन करते समय यह सुनिश्चित करें कि ट्रांजेक्शन सही व्यक्ति के नाम पर हो। किसी भी तरह का संदेह होने पर पैसे ट्रांसफर न करें।
मामला दर्ज करें
यदि आप QR कोड स्कैम का शिकार हो जाते हैं, तो तुरंत अपने बैंक को सूचित करें और साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर पर शिकायत दर्ज कराएं।
निष्कर्ष:
QR कोड स्कैम से बचने का सबसे अच्छा तरीका सतर्क रहना है। कोई भी QR कोड स्कैन करने से पहले उसकी सत्यता की जांच करें। साइबर अपराधी लगातार नए-नए तरीके अपना रहे हैं, इसलिए डिजिटल लेनदेन में अतिरिक्त सावधानी बरतें।