केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत आज राजस्थान के भरतपुर जिले पहुंचे और उन्होंने कहा कि मैं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ एक ही विधानसभा क्षेत्र में रहता हूं और एक ही विश्वविद्यालय में पढ़ा हूं. खास बात यह है कि लोकसभा चुनाव में मैंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत को हराया था, इसलिए मेरे और अशोक गहलोत के बीच प्यार है.
केंद्रीय जलशक्ति मंत्री ने कहा कि कांग्रेस ने राजस्थान में साढ़े चार साल तक शासन किया है. उन्होंने निशाना साधते हुए कहा कि राजस्थान में हालात ज्यादा खराब हैं. राजस्थान में किसान संघर्ष कर रहे हैं. विधायकों ने राजस्थान में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया है, जिससे राजस्थान भ्रष्टाचार के केंद्र में नंबर एक पर आ गया है। देश का सबसे महंगा डीजल इंजन राजस्थान में मिलता है।
पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना पूर्वी राजस्थान के 13 जिलों के लिए बड़ी समस्या है. इसके लिए राजस्थान की कांग्रेस सरकार हमेशा केंद्र सरकार पर यह जिम्मेदारी डालती रही है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने घोषणा की कि केंद्र सरकार ईआरसीपी को सेवा से हटा देगी. बल्कि हमारी सरकार इस कार्यक्रम को पूरा करेगी. राजस्थान में इस समय 2023 के विधानसभा चुनाव होने वाले है और आने वाले चुनाव में पूर्वी राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी की सफलता पक्की हो चुकी है।
आज भी पूर्वी राजस्थान में आम चुनाव में ईआरसीपी एक अहम फैक्टर होगा और इसीलिए भारतीय जनता पार्टी इस मुद्दे को सुलझाने की लड़ाई में शामिल हो गई है. ईआरसीपी के मुद्दे पर स्पष्टीकरण देने के लिए केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत आज भरतपुर पहुंचे और प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान राष्ट्रीय सेवा में कार्यक्रम के कार्यान्वयन के चार बिंदुओं पर प्रस्तुत राजस्थान सरकार की रिपोर्ट के बारे में बताया.
जलशक्ति मंत्री शेखावत ने कहा कि सीपीआरई को राष्ट्रीय योजना में शामिल करने के लिए केंद्र की राजस्थान सरकार के पत्र में कुछ बदलाव किए जाने चाहिए, लेकिन कांग्रेस सरकार ने इस योजना को तूल देकर इसे राजनीतिक मुद्दा बना दिया. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कहते हैं कि हम अपने स्तर पर काम करेंगे, लेकिन अंतर यह है कि उन्होंने इस कार्यक्रम के लिए जो बजट जारी किया है, उससे सिर्फ तीन जिलों जयपुर, अजमेर और टोंक समेत दस जिलों को फायदा होगा. बाकी लोगो को कोई मदद नहीं मिलेगी.