कोटा 7 सितम्बर। मुख्यमंत्री लोक कलाकार प्रोत्साहन योजना में जिले के लोक कलाकारों का पंजीयन कर पहचान कार्ड के माध्यम से लाभ दिलाने के लिए गुरूवार को कलक्ट्रेट सभागार में बैठक आयोजित की गई जिसमें राज्य मेला प्राधिकरण के उपाध्यक्ष रमेश बोराणा, राज्य संगीत नाटक अकादमी की अध्यक्ष बिनाका जेश मालू, जिला कलक्टर ओपी बुनकर की उपस्थिति में बैठक आयोजित की गई।
अकादमी अध्यक्ष ने कहा कि सरकार की मंशा के अनुरूप प्रदेश के लोक कलाकारों को योजना में पंजीयन करवा कर उन्हें घर बैठे रोजगार उपलब्ध कराना है। जिससे हमारी लोक संस्कृति एवं परम्परा जीवंत रहने के साथ कलाकारों को प्रोत्साहन मिल सके। उन्होंने कहा कि जिले में आयोजित होने वाले सरकारी समारोह, कार्यक्रम, विभागीय स्तर पर आयोजित मेलों, सामाजिक धार्मिक मेलों, उत्सव में स्थानीय लोक कलाकारों को रोजगार प्रदान किया जाए। उन्होंने बताया कि कलाकार ई-मित्र के माध्यम से राज्य संगीत नाटक अकादमी की वेबसाईट पर जाकर पंजीयन करा सकते हैं। उन्होंने बताया कि प्रति जनआधार कार्ड एक परिवार को 100 दिवस रोजगार उपलब्ध कराया जाएगा। कलाकारों को प्रतिदिन 500 रूपये पारिश्रमिक दिया जाएगा।
उपाध्यक्ष मेला प्राधिकरण ने बताया कि कलाकारों को प्रोत्साहन मिले साथ ही हमारी संस्कृति से आने वाली पीढ़ी रूबरू हो सके इसके लिए सभी कलाकारों को पंजीयन आवश्यक है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार कलाकारों को अनेक प्रकार से मदद प्रदान कर रही है। कलाकारों का नियोजन करने के साथ उनके पहचान दस्तावेज भी बनाए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा कोविड के दौरान जिन कलाकारों को 5 हजार रूपये प्रोत्साहन के लिए दिए गए थे उनका सत्यापन स्वतः मानते हुए संगीत नाटक अकादमी द्वारा पंजीयन किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि कलाकारों को रोजगार की तलाश में बाहर नहीं जाना पड़ें इसके लिए स्थानीय मेलों, त्यौहारों पर रोजगार प्रदान किया जाएगा।
उन्होंने जिले में आयोजित होने वाले मेलों के बारे में भी जानकारी लेकर कहा कि एक लाख से अधिक संख्या में नगारिकों के एकत्रित होने वाले मेलों को राज्य प्राधिकरण निगरानी रखेगा। उन्होंने कहा कि जिले से जाने वाले पद यात्रियों को रेडियम फीता हाथ में लगाने, पद यात्रियों के लिए भंडारा लगाने वालों को मुख्य सड़क से 200 फीट छोड़कर लगाने के लिए प्रेरित करें। उन्होंने विजन-2030 में मेलों, उत्सव, त्यौहारों के लिए भी आमजन से सुझाव आमंत्रित करने की बात कही।
वाद यंत्रों के लिए मिलेगी राशि-
मेला प्राधिकरण उपाध्यक्ष ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा प्रदेश की कला, संस्कृति के संरक्षण एवं कलाकारों के प्रोत्साहान के लिए संगीत में प्रशिक्षण देने वाली संस्थाओं, मंदिर ट्रस्ट, धार्मिक स्थानों पर वाद यंत्रों की खरीद के लिए संगीत नाटक अकादमी के माध्यम से सहायता प्रदान की जाती है। इसके लिए कोई भी संस्था अकादमी की वेबसाईट पर आवेदन कर सकती है। लोक कलाकारों में गायन, वादन, नृत्य, जादूगर, बहुरूपिये सहित अनेक विधाओं के कलाकार शामिल है।
जिला कलक्टर ने दशहरा मेले के दौरान की जाने वाली व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी दी तथा अन्य मेले, त्यौहारों पर होने वाले आयोजनों के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि जिले से लगभग 300 लोक कलाकारों की सूचना भिजवाई जा चुकी है। शेष कलाकारों का भी पंजीयन करने के लिए प्रेरित किया जाएगा। उप निदेशक पर्यटन विकास पंड्या ने मुख्यमत्री लोक कलाकार प्रोत्साहन योजना के बारे में प्रजेन्टेशन के माध्यम से जानकारी देते हुए आवेदन प्रक्रिया एवं सत्यापन प्रक्रिया की जानकारी दी।
इस अवसर पर अतिरिक्त कलक्टर प्रशासन राजकुमार सिंह, सीईओ जिला परिषद ममता तिवाड़ी, अतिरिक्त आयुक्त नगर निगम दिव्यांशु शर्मा, उपायुक्त नगर निगम दक्षिण जवाहर जैन सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे