राजस्थान के कृषि मंत्री किरोड़ीलाल मीणा ने मंगलवार को श्रीगंगानगर के रीको औद्योगिक क्षेत्र में नकली बीज निर्माण और भंडारण की शिकायतों पर अचानक छापा मारा। मंत्री मीणा की इस कार्रवाई से इलाके में हड़कंप मच गया है। मौके पर मिली गड़बड़ियों के आधार पर दो बीज फैक्ट्रियों को सील कर दिया गया है।
मंत्री मीणा ने निरीक्षण के दौरान भारी मात्रा में मिलावटी और नकली बीजों की बरामदगी की पुष्टि की। उन्होंने बताया कि फैक्ट्रियों में बिना लाइसेंस के भंडारण, घटिया गुणवत्ता वाले बीज, फर्जी ब्रांडिंग और बीजों को लाल रंग में रंगने जैसी गंभीर अनियमितताएं पाई गईं। इनमें कुछ महिलाएं नकली बीजों को ब्रांडेड पैकेट्स में भरती पाई गईं।
कृषकों की सुरक्षा के लिए सख्त कदम
पत्रिका से बातचीत में कृषि मंत्री मीणा ने कहा, “हमें किसानों की शिकायतें मिल रही थीं कि उन्हें घटिया बीज बेचे जा रहे हैं, जिससे उनकी फसलें बर्बाद हो रही हैं। किसानों की आजीविका से समझौता नहीं किया जा सकता, इसलिए यह कार्रवाई जरूरी थी।” उन्होंने कहा कि नकली बीज और खाद की सप्लाई को जड़ से खत्म करने के लिए पूरे राज्य में अभियान जारी रहेगा।
पहले भी की जा चुकी है छापेमारी
इससे पहले किरोड़ीलाल मीणा ने अजमेर और किशनगढ़ में भी 12 स्थानों पर छापेमारी की थी। वहां नकली खाद और मिलावटी उर्वरकों की भारी खेप जब्त की गई थी। किशनगढ़ में तो 14 फर्जी उर्वरक फैक्ट्रियों को सील भी किया गया था।
केंद्रीय मंत्रालय भी हुआ सक्रिय
राजस्थान में मिलावटी कृषि सामग्री की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए अब केंद्रीय कृषि मंत्रालय ने भी कड़ा रुख अपनाया है। सूत्रों के अनुसार, संबंधित कंपनियों और अधिकारियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की तैयारी चल रही है।
आगे क्या?
मंत्री मीणा ने चेतावनी दी है कि भविष्य में भी इस तरह की कार्रवाई जारी रहेगी। दोषी फैक्ट्रियों और अधिकारियों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कृषि विभाग को निर्देश दिए हैं कि बीज और खाद की गुणवत्ता की नियमित जांच की जाए और किसानों को ठगने वालों पर कठोर कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।
