देशभर में मेडिकल एंट्रेंस परीक्षा नीट (NEET-UG) की तैयारी के लिए मशहूर कोटा शहर में एक और छात्रा की आत्महत्या का मामला सामने आया है। यह घटना महावीर नगर थर्ड इलाके में स्थित एक हॉस्टल में रविवार रात घटी। मृतक छात्रा की पहचान जीशान के रूप में हुई है, जो जम्मू-कश्मीर की निवासी थी और 7 दिन पहले ही कोटा आई थी।
पुलिस के मुताबिक, छात्रा रविवार शाम को फोन पर किसी रिश्तेदार—संभवत: एक लड़के—से बात कर रही थी। इसी दौरान उसने कमरे में लगे पंखे से फंदा लगाकर जान दे दी। जब काफी देर तक छात्रा के कमरे का दरवाजा नहीं खुला, तो अन्य छात्रों और स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने कारपेंटर बुलाकर कटर से गेट काटा और शव को बाहर निकाला। छात्रा को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस को मौके पर कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। शव को मॉर्च्युरी में रखवाया गया है और परिजनों को सूचना दे दी गई है। उनके आने के बाद पोस्टमार्टम की प्रक्रिया पूरी की जाएगी।
कोटा में आत्महत्या का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा
जीशान की आत्महत्या ने एक बार फिर कोटा में छात्रों की मानसिक स्थिति और दबाव को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं। साल 2025 में अब तक 14 से अधिक छात्र आत्महत्या कर चुके हैं। हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने इस स्थिति पर गहरी चिंता जताते हुए राजस्थान सरकार को फटकार लगाई थी। कोर्ट ने पूछा था कि इन घटनाओं को रोकने के लिए सरकार ने क्या ठोस कदम उठाए हैं। सुप्रीम कोर्ट ने 14 जुलाई को कोटा के एसपी (पुलिस अधीक्षक) को तलब करते हुए जवाब मांगा है कि अब तक आत्महत्या के मामलों में एफआईआर क्यों नहीं दर्ज की गई।
परिजनों और सरकार के लिए एक और चेतावनी
छात्रों की बढ़ती आत्महत्या की घटनाएं न केवल प्रशासनिक व्यवस्था पर सवाल उठाती हैं, बल्कि अभिभावकों, कोचिंग संस्थानों और समाज को भी आत्ममंथन करने के लिए मजबूर करती हैं। कोचिंग हब के रूप में प्रसिद्ध कोटा में यह समस्या अब एक सामाजिक और मानसिक स्वास्थ्य संकट बन चुकी है। इस घटना के बाद फिर से यह मांग उठ रही है कि कोचिंग इंडस्ट्री में मानसिक स्वास्थ्य सपोर्ट सिस्टम, नियमित काउंसलिंग, और परेशान छात्रों की निगरानी की सख्त व्यवस्था की जाए।
यदि आप या आपके जानने वाला कोई व्यक्ति मानसिक तनाव से गुजर रहा है, तो कृपया किसी विशेषज्ञ या हेल्पलाइन से संपर्क करें। आपकी एक बात किसी की जान बचा सकती है।
