अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर भारत की व्यापार नीति पर तीखा हमला बोला है। कतर में आयोजित एक बिजनेस सम्मेलन में उन्होंने Apple के CEO टिम कुक को सीधे संदेश देते हुए कहा, “मैं नहीं चाहता कि आप भारत में निर्माण करें।” ट्रंप का यह बयान ऐसे समय पर आया है जब Apple भारत में iPhone उत्पादन को लगातार बढ़ा रहा है — FY2024-25 में कंपनी ने भारत में 22 अरब डॉलर मूल्य के iPhone बनाए हैं।
ट्रंप ने भारत को “दुनिया के सबसे बड़े टैरिफ बैरियर लगाने वाले देशों में से एक” करार देते हुए दावा किया कि भारत में अमेरिकी उत्पादों को बेचना बेहद कठिन है। उन्होंने यह भी जोड़ा कि भारत की ओर से एक ‘जीरो टैरिफ डील’ का प्रस्ताव दिया गया है, लेकिन “अब तक हमने कुछ ठोस नहीं देखा है।”
भारत में तेज़ी से बढ़ रहा है Apple का निवेश
Apple ने हाल के वर्षों में चीन से हटकर भारत में iPhone निर्माण पर बड़ा दांव लगाया है। ताइवान की Foxconn और भारत की Tata जैसी कंपनियों के जरिए Apple ने देश में कई नई फैक्ट्रियां शुरू की हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि ट्रंप का यह बयान भारत में Apple की उत्पादन योजनाओं पर असर डाल सकता है।
भारत ने ट्रंप के दावों को बताया “झूठा”
ट्रंप के बयान के तुरंत बाद भारत सरकार के सूत्रों ने उनके आरोपों को “तथ्यों से परे” बताया है। वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा कि भारत ने विदेशी निवेशकों के लिए व्यापार माहौल को लगातार बेहतर किया है और यह Apple जैसी वैश्विक कंपनियों की भागीदारी से सिद्ध होता है।
विपक्ष ने सरकार पर उठाए सवाल
ट्रंप की टिप्पणियों पर भारत की सियासत भी गर्म हो गई है। कांग्रेस ने सरकार से पूछा है कि क्या भारत की विदेश नीति इतनी कमजोर हो गई है कि एक विदेशी नेता इस तरह का बयान देने की हिम्मत कर रहा है। आम आदमी पार्टी (AAP) ने भी प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि “देश की विदेश और निवेश नीति दोनों सवालों के घेरे में हैं।”
अमेरिका-भारत व्यापार तनाव बढ़ने की आशंका
विश्लेषकों का मानना है कि ट्रंप के इस बयानी हमले से भारत और अमेरिका के बीच व्यापार वार्ताओं पर असर पड़ सकता है। हाल ही में भारत ने अमेरिका द्वारा स्टील और एल्युमिनियम पर लगाए गए भारी शुल्क के जवाब में प्रतिशोधात्मक टैरिफ लगाने की चेतावनी दी थी।
