कोटा में सर्दी का सितम देखने को मिला और ठंड से बचने की कोशिश में दो लोगों की मौत हो गई. मामला कोटा के किशोरपुरा थाने का है जहां पर सर्दी से बचने के लिए जलाई गई सिगड़ी की आग से गैस बन गई और दो लोगों की दम घुटने से मौत हो गई। पहली नजर में यह दम घुटने का मामला लग रहा है, लेकिन पुलिस शव का पोस्टमार्टम करा रही है।
लक्ष्मण, जो कोटा में जीएस फैक्ट्री में सुरक्षा गार्ड के रूप में काम करते हैं, और उनकी पत्नी चंदा जीएस कल्टीवेट बंजारा कॉलोनी में चौकीदारी का काम करती थी और रात में दोनों घर में सो जाते थे। बुधवार को ठंड अधिक होने के कारण इन लोगों ने कमरे में सिगड़ी जला ली और कमरा बंद कर सो जाते है. सुबह जब उनके बेटे राकेश ने दरवाजा खटखटाया तो कोई जवाब नहीं आया।
कई बार फोन किया लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। घबराकर राकेश ने पड़ोसियों को बुलाया और लोग वहां जमा हो गए, लोगों ने खिड़की के पास रखा कूलर हटाकर ग्राइंडर से खिड़की को काटा और सरिये की मदद से खिड़की तोड़कर अंदर गए। कमरे में लक्ष्मण और चंदा पास-पास लेटे हुए थे। अंदर से कमरा बंद था, सिगड़ी बुझ चुकी थी। वे उन्हें अस्पताल ले गए जहां दोनों को मृत घोषित कर दिया गया।
रात के समय सिगड़ी जलाई जाती है, अगर उसे न बुझाया जाए तो वह गैस बन जाती है। दिवंगत लक्ष्मण और चंदा के बेटे राकेश ने बताया कि वह रोज की तरह घर का दरवाजा खटखटाकर काम पर जा रहे थे. हमेशा की तरह, जब वह कमरे में दाखिल हुआ, तो उसे लगा माता-पिता अंदर सो रहे हैं, लेकिन जब आवाज लगाने पर नहीं उठे तो खिड़की तोड़कर देखा तो दोनों अचेत अवस्था में पड़े हुए थे. पास में सिगडी रखी थी, माना जा रहा है कि ठंड की वजह से वह रात में सिगडी जलाई थी और फिर कमरा बंद करके सो गए। कमरा पूरी तरह से पैक था. वेंटिलेशन के लिए कोई जगह नहीं है. इस वजह से सिगडी से गैस बन गई और दम घुटने से उनकी मौत हो गई.
बेटे राकेश ने बताया कि बुधवार रात 10:30 बजे उसकी मां से बात हुई थी। खाने के बाद इन लोगों ने जल्दी से आराम किया और सिगड़ी बगल में रखकर कमरा बंद कर लिया, जिससे गैस बन गई और दोनों की मौत हो गई. किशोरपुरा एएसआई हरि सिंह ने बताया कि प्रथम दृष्टया दम घुटने से मौत का लग रहा है लेकिन फिर भी पोस्टमार्टम कराया जा रहा है.