राजस्थान में बेरहम सर्दी कम होने का नाम नहीं ले रही है। लगातार हो रहे जलवायु परिवर्तन के कारण सर्दी से लोगों की धूजणी छूटी जा रही है। एक ओर जहां लोग ठंड के कारण अपने घरों में दुबके हुए हैं, वहीं दूसरी ओर राज्य में कोहरे और बर्फ का प्रभाव भी बना हुआ है. पूर्वी राजस्थान के कुछ हिस्सों में ठंड कुछ कम हुई है, जबकि पश्चिमी राजस्थान में ठंड से लोग ही नहीं बल्कि जीव-जंतु और पक्षी भी परेशान हैं। झुंझुनूं, हनुमानगढ़, चूरू, गंगानगर और सीकर में पिछले सप्ताह से ठंड का दौर जारी है. इसके कारण लोगों का सड़क पर चलना मुश्किल हो गया है. करौली और धौलपुर में भी कड़ाके की ठंड पड़ रही है. घने कोहरे के कारण जनजीवन काफी प्रभावित हो रहा है और सड़क पर वाहनों की गति अविश्वसनीय हद तक कम हो जाती है।
मौसम विभाग के मुताबिक 18 से 20 जनवरी तक पूर्वी, उत्तरी और पश्चिमी राजस्थान के कई हिस्सों में घना कोहरा पड़ने की आशंका है. ऐसे में मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि दृश्यता 200 मीटर से कम रहेगी. मौसम विज्ञान ब्यूरो की चेतावनी के अनुसार, पूर्वी हवा के प्रभाव से राजस्थान में एक बार फिर कड़ाके की ठंड पड़ने की आशंका है, जिससे लोग परेशान हो सकते हैं।
घने कोहरे के कारण, मोटर चालकों को सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है। आने वाले सप्ताह में मौसम शुष्क रहना चाहिए, लेकिन ठंडी हवा से लोग अभी भी प्रभावित हो सकते हैं। मौसम विभाग के मुताबिक 18 से 20 जनवरी तक राजस्थान के 10 जिले घने कोहरे के आगोश में रहेंगे. साथ ही ठंड का प्रकोप भी जारी रहेगा। मौसम विभाग ने करौली, सीकर, भरतपुर, अलवर, हनुमानगढ़, श्रीगंगानगर, धौलपुर, झुंझुनू और दौसा में भीषण ठंड की चेतावनी जारी की है।
मध्य राजस्थान में जयपुर सहित कुछ अन्य जिलों में मौसम में हाल के दिनों में सुधार हुआ है। यहां दिन भर धूप खिली रहती है. मध्य राजस्थान के कई हिस्सों में 11 जनवरी से मौसम स्थिर बना हुआ है, लेकिन ठंडी हवाओं के कारण लोगों को ठंड का अहसास हो रहा है. पिछले चार-पांच दिनों से राजस्थान के कई हिस्सों में मौसम में बदलाव देखने को मिला है. लोगों को दिन में धूप से कुछ मदद मिलती है और रात में हवा उन्हें परेशान करती है।