झुंझुनू 23 अप्रैल।
संवाददाता दिनेश जाखड़
विश्व पुस्तक दिवस पर जिला मुख्यालय स्थित जिला पुस्तकालय एवं सावित्रीबाई फूले वाचनालय में पुस्तक प्रदर्शनी आयोजित की गई, जिसमें विभिन्न विषयों की पुस्तकें पाठकों के लिए रखी गईं। इस दौरान आयोजित कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एवं जिला जनसंपर्क अधिकारी हिमांशु सिंह ने किताब की महत्ता को इंगित करते हुए नियमित अध्ययन पर जोर दिया। उन्होंने साहित्यकार डॉ. आरडी सैनी कृत पुस्तक ‘किताब’ का जिक्र करते हुए कहा कि एक किताब जीवन की दिशा और दशा बदल सकती है। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के उपनिदेशक पवन पूनिया ने कहा कि जिले वासियों को यहां मौजूद पुस्तकों के संग्रह का अध्ययन के जरिए लाभ उठाना चाहिए। से.नि. पुस्तकालयध्यक्ष द्वारका प्रसाद सैनी ने कहा कि केवल प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए पुस्तकें पढ़ने की बजाय विषयपरक अध्ययन करना चाहिए। इस दौरान दयाशंकर सहारण, रामावतार जांगिड़, विश्वंभर राणासरिया समेत विभिन्न पाठकों ने भी अपने विचार रखे। राजेंद्र प्रसाद शर्मा ने धन्यवाद ज्ञापित किया।
संविधान की मूल प्रति समेत पौराणिक एवं धार्मिक पुस्तकों की प्रमाणिक प्रतियां भी प्रदर्शित
प्रदर्शनी में संविधान की मूल प्रति एवं गीता प्रेस गोरखपुर से प्रकाशित जयदयाल गोयनका कृत श्रीमद्भागवतगीता तत्वविवेचनी, गुरु ग्रंथ साहब एवं बीकानेर रियासत के इतिहास की पुस्तकों की प्रमाणिक प्रतियां भी प्रदर्शित की गईं।