शाहपुरा 16 मई।
संवाददाता विजयपाल सैनी
त्रिवेणीधाम में 11 जोड़े परिणय सूत्र में बंधकर जीवन के हमसफर बने
धार्मिक तीर्थ स्थल त्रिवेणीधाम में गुरूवार को जानकी नवमी पर श्रीयादे प्रजापति सामूहिक विवाह समिति के तत्वावधान में खोजीद्वाराचार्य रामरिछपालदास महाराज के सान्निध्य में भामाशाह धर्मपाल ठेकेदार के मुख्य आतिथ्य एवं समिति अध्यक्ष श्यामसुंदर प्रजापति की अध्यक्षता में 11वां सामूहिक विवाह सम्मेलन आयोजित हुआ। सामूहिक विवाह सम्मेलन में हजारों समाजबंधुओं की मौजूदगी में 11 जोड़े परिणय सूत्र में बंधकर जीवन के हमसफर बने। सम्मेलन में मनोहरपुर नगरपालिका चेयरमैन सुनीता प्रजापत, रामस्वरूप जलिन्द्रा, मक्खनलाल खरकड़ी, महेंद्र, दादर डूंगरी समिति अध्यक्ष कालूराम, चौमू छात्रावास समिति अध्यक्ष गोपाल खाटूवाल, डा.भोमराज कुमावत, गंगाराम, कम्पाउंडर ओमप्रकाश कुम्हार, किरण देवी विशिष्ट अतिथि रहे। सम्मेलन में पधारे सभी अतिथियों का श्रीयादे माता का दुपट्टा व साफा पहनाकर स्वागत किया गया। श्रीयादे प्रजापति सामूहिक विवाह समिति के कोषाध्यक्ष गोपाल कुम्हार, सचिव प्रभुदयाल मास्टर ने बताया कि सुबह गुर्जर धर्मशाला में सियाला कार्यक्रम आयोजित हुआ। इसके बाद दुल्हों को घोड़ी पर बैठाकर बैंडबाजे के साथ बारात निकाली गई। इस दौरान बाराती नाचते हुए चले। बारात के यादव धर्मशाला में पहुंचने पर तोरण व वरमाला की रस्म निभाई गई। इसके बाद विद्वान पंडितों ने पाणिग्रहण संस्कार करवार वर वधु को परिणय सूत्र में बांधा। कार्यक्रम में हजारों समाजबंधुओं ने भाग लिया। कार्यक्रम में पूर्व अध्यक्ष गिरधारीलाल, जमनलाल, लीलाराम, बाबुलाल, लक्ष्मीनारायण, मूलचंद, गणपतलाल, रामस्वरूप, बसंतलाल, नागरमल, खेमचंद, ग्यारसीलाल, गीगराज, रामचंद्र, मुकेश प्रजापत सहित कई पदाधिकारी व समाजबंधु व्यवस्था में जुटे रहे। इस दौरान अल्पाहार व सामूहिक भोज का कार्यक्रम आयोजित हुआ।
भामाशाहों ने उपहार स्वरूप भेंट किया सामान
समिति संरक्षक सुबेसिंह, बनवारीलाल, रघुनाथ ने बताया कि सम्मेलन में समिति की ओर से वर वधु को बैड, आभूषण, बर्तन सहित कई सामान उपहार स्वरूप भेंट किया। इसके अलावा भामाशाहों ने आलमारी, सिलाई मशीन, एलईडी टीवी, कूलर, पंखा, मिक्सर, बर्तन, कंबल, कुर्सी, हाथ घड़ी, दीवार घड़ी, थर्मस, बाटी कूकर, सहित विभिन्न प्रकार का सामान व बड़ी संख्या में महिलाओं ने कन्यादान स्वरूप प्रत्येक जोड़े को एक-एक साड़ी प्रदान की गई।
वर वधु को दिया आशीर्वाद
सम्मेलन के दौरान रामलीला भवन में वर वधु को मंच पर बुलाकर श्रीयादे माता की तस्वीर देकर सम्मान कर अतिथियों ने आशीर्वाद प्रदान किया। इसके बाद वर वधु ने त्रिवेणीधाम के ठाकुरजी मंदिर, श्रीयादे माता मंदिर में पहुंचकर धोक लगाई।