Search
Close this search box.

आरयूआईडीपी अन्तर्गत इंटर्नशिप छात्राओं का आमुखीकरण कार्यक्रम संपन्न

ब्यूरो चीफ़ शिवकुमार शर्मा
बूंदी (कोटा संभाग)

बून्दी, 23 मई। राजस्थान नगरीय आधारभूत विकास परियोजना (आरयूआईडीपी) में इंटर्न छात्राओं का आमुखीकरण कार्यक्रम गुरुवार को संपन्न हुआ। इसमें प्रशिक्षण प्राप्त करने वाली महिला इंटर्न्स को आरयूआईडीपी की रीति-नीति, कार्य करने के तरीके व प्रशिक्षण के दौरान किये जाने वाले कार्यों की जानकारी दी गई। ये इंटर्न्स 6 सप्ताह के महिला इंटर्नशिप कार्यक्रम के तहत बूंदी, जोधपुर एवं बूंदी में रहकर अपना प्रशिक्षण पूरा करेंगी। छात्राएं राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय कोटा, जेआईईआई जोधपुर व सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज अजमेर की है।
आमुखीकरण कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए आरयूआईडीपी के परियोजना निदेशक प्रकाश चन्द शर्मा ने कहा कि इंटर्न्स को सीखने के बहुत सारे अवसर मिलेंगे और छात्राएं बेहतर इंजीनियर बन सकेगी। अतिरिक्त परियोजना निदेशक (प्रथम) डीके मीणा ने इंटर्न्स से अपेक्षा की कि सभी अपने पूरे 6 सप्ताह का सदुपयोग करेंगी तथा पूरी मेहनत और लगन से काम सीखेंगी।
इस अवसर पर एपीडी (द्वितीय) हेमंत कुमार शर्मा ने इंटर्न्स को इंजीनियरिंग की उन बारीकियों की ओर ध्यान दिलाया जिस पर सीखने के दौरान उन्हें विशेष रूप से ध्यान देना है, क्योंकि यह प्रशिक्षण आपके साक्षात्कार से लेकर पूरे जीवन में काम देगा। आरयूआईडीपी में प्रशिक्षण प्राप्त कर चुकी छात्राओं से डॉ. शर्मा ने फीडबैक लेते हुए नई छात्राओं का मनोबल बढ़ाया।
प्रोजेक्ट की वित्तीय सलाहकार जिज्ञासा गौड़ ने छात्राओं को इंजीनियरिंग के अलावा सामाजिक एवं सामुदायिक मुद्दों पर ध्यान देने की जरूरत बतायी ताकि जीवन के हर क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी बढ़ सके। अतिरिक्त मुख्य अभियंता के.के.नाटाणी ने इंटर्नशिप की गंभीरता की और ध्यान देने के लिए इंटनर्स को प्रेरित किया और कार्य के दौरान आम नागरिक की जागरूकता व श्रमिक सुरक्षा के पूरे मापदंडों को सीखने की सलाह दी।
एशियन विकास बैंक की और से जुड़ी जेण्डर सलाहकार दिशा तिवारी ने इस गतिविधि की बहुत प्रशंसा की और कहा कि यह इंजीनियरिंग के क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण चरण है जिससे इंटर्न्स को व्यावहारिक ज्ञान प्राप्त होने से आत्मविश्वास बढ़ेगा।
आरयूआईडीपी एशियाई विकास बैंक से वित्त पोषित है व एडीबी की जेण्डर पॉलिसी के तहत इंजीनियरिंग की छात्राओं को इस प्रकार के प्रशिक्षण देकर इस क्षेत्र में बढ़ावा देना है। भारत में आरयूआईडीपी पहला संस्थान है जिसके द्वारा वुमन इंटर्नशिप प्रोग्राम संचालित किया जा रहा है इसके लिए एडीबी द्वारा आरयूआईडीपी को पुरूस्कार भी दिया गया है। आरयूआईडीपी ने प्रदेश के 34 इंजीनियरिंग संस्थाओं से एमओयू किया है। वर्ष 2022 में 17 इंटर्नस के साथ शुरू हुए इस कार्यक्रम में 2023 में 39 छात्राओं ने प्रशिक्षण प्राप्त किया और तीसरे वर्ष अब तक 100 से अधिक छात्राओं के आवेदन आरयूआईडीपी को मिल चुके है।
उपनिदेशक तकनीकी कपिल गुप्ता जो इस पूरे इंटर्नशिप कार्यक्रम के समन्वयक है ने इंटर्न्स को याद दिलाया कि फील्ड में क्रियान्वयन से पहले प्रोजेक्ट के जो दस्तावेज तैयार किये जाते है उन पर भी क्षमता हासिल की जानी चाहिए। उपनिदेशक प्रशासन एस.एस. खेड़िया ने विश्वास व्यक्त किया कि महिला इंटर्न्स के लिये यह संपूर्ण अनुभव जीवनोपयोगी होगा।
प्रत्येक संबंधित परियोजना शहर में अधीक्षण अथवा अधिशाषी अभियंता को इंटर्न्स का मेंटर यानी मुख्य प्रशिक्षक नियुक्त किया गया है जिनके मार्ग निर्देशन में ये छात्राएं परियोजना की एक-एक बारीकी को कार्य एवं व्यवहार से सीखेंगी। इंटर्नशिप पूर्ण होने पर छात्राओं के कार्य का मूल्यांकन कर उन्हे प्रमाण पत्र एवं मानदेय दिया जायेगा।
इस अवसर पर अधिशाषी अभियंता सोनम कुमारी शर्मा ने बताया कि आरयूआईडीपी में इंजीनियरिंग कार्याे के अलावा पर्यावरण एवं सामाजिक सुरक्षा के कार्य भी किए जाते है। बूंदी में प्रशिक्षण प्राप्त कर रही महिला इंटर्न्स काजल कंवर, रिशिता राठौड़, शिवांगी एवं शालिनी बन्सीवाल ने भाग लिया। पूर्व के वर्षों में इंटर्नशिप पूर्ण कर चुकी इंटर्न्स ने अपने अनुभव साझा किये।

Leave a Comment

लाइव क्रिकेट

संबंधि‍त ख़बरें

सोना चांदी की कीमत